कोलकाता, 27 फरवरी। पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त संदेशखाली का दौरा करने पहुंची पटना हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश नरसिम्हा रेड्डी के नेतृत्व वाली छह सदस्य फैक्ट फाइंडिंग टीम को गिरफ्तार करने के मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है।

गत रविवार को एक स्वयंसेवी संस्था की ओर से मानवाधिकारों की जांच के लिए यह फैक्ट फाइंडिंग टीम संदेशखाली जा रही थी जिन्हें पुलिस ने बासंती राजमार्ग पर ही रोक दिया था। पुलिस इन्हें बाद में गिरफ्तार कर कोलकाता पुलिस मुख्यालय लाल बाजार लाई थी। इसे लेकर अधिवक्ता तरुण ज्योति तिवारी ने मंगलवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका लगाई है। न्यायमूर्ति कौशिक चंद्र ने याचिका स्वीकार कर ली है।

तरुण ज्योति तिवारी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं को संदेशखाली जाने दिया जा रहा है जबकि हर किसी को रोका जा रहा है। इस पर न्यायाधीश ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि सत्ताधारी दल के नेताओं को नहीं रोका जा सकता। अगर आपकी भी पार्टी सत्ता में आएगी तो ऐसा ही करेगी।

दरअसल पटना हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस के नेतृत्व में आई छह सदस्यीय टीम को बासंती राजमार्ग पर पुलिस ने रोक दिया था। यह कहा गया था कि संदेशखाली प्रवेश करने के सभी बिंदुओं पर धारा 144 लगी हुई है। इसके बाद यह टीम सड़क पर ही धरने पर बैठ गई थी। इन्हें बाद में हिरासत में लेकर लाल बाजार लाया गया था।