फर्स्ट टाइम वोटर को बिहार में जंगलराज का नुकसान बताने की जरूरत
पटना (बिहार), 21 मई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लालू-राबड़ी के जंगलराज में प्रति व्यक्ति आय 33 प्रतिशत गिर गई थी। जंगलराज के नुकसान से बाहर लाने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ी है, यह पहली बार बिहार की जनता को बताना जरूरी है। सम्मान चाहिए, विकास नहीं की बात बोलने वालों के समय में सकल घरेलू उत्पाद ओडिशा से कम था।
केंद्रीय वित्त मंत्री मंगलवार को पटना के भाजपा कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि बिहार में फर्स्ट टाइम वोटर को यहां के जंगलराज से हुए नुकसान को बताने की जरूरत है। साथ ही कहा कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में जंगलराज के कारण बिहार में प्रति व्यक्ति आय 14,209 रुपये हो गई थी, जो फिलहाल 37,000 रुपये है। सीतारमण ने कहा कि जंगलराज मिटने के बाद पांच प्रतिशत का ग्रोथ मेंटेन करने के लिए परिश्रम करना पड़ा।
राज्य को विशेष राज्य का दर्जा अब तक नहीं मिलने के सवाल पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विशेष दर्जा के लिए केंद्रीय वित्त आयोग की रिपोर्ट में रिकमेंडेशन आना चाहिए, तभी इसके बारे में आगे विमर्श किया जा सकता है। केंद्रीय वित्त आयोग रिपोर्ट में टैक्स को कम करने का रिकमेंडेशन आया था, जिसके बाद तीन अलग-अलग स्लैब में केंद्रीय करों में कमी की गई है। बिहार को आर्थिक सहायता और विशेष सहायता पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2015 में एक पैकेज बिहार के लिए घोषणा की गई थी और 1.25 लाख करोड़ का पैकेज दिया गया था। यह पैकेज सभी क्षेत्रों के लिए दिया गया था।