सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सप्रे ने की उज्जैन की यातायात व्यवस्था की समीक्षा, बोले- सड़क दुर्घटनाओं की प्रतिदिन समीक्षा कर इनमें कमी लाएं

उज्जैन, 30 जुलाई । उच्चतम न्यायालय की सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने कहा कि उज्जैन एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल है। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहां सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे श्रद्धालु यहां से लौटते समय सुखद अनुभव लेकर जाएं। सड़क दुर्घटना में किसी भी स्थिति में मृत्यु न हो, ऐसे प्रयास किए जाएं। इसके लिए जीरो टालरेन्स नीति अपनाई जाए। सड़क सुरक्षा के अंतर्गत परिवहन, पुलिस, स्वास्थ्य, चिकित्सा, लोकनिर्माण विभाग, राजस्व, एनएचएआई और एमपीआरडीसी बेहतर ताल-मेल के साथ कार्य करें।

पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति सप्रे बुधवार को उज्जैन में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में उज्जैन शहर की यातायात व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की प्रतिदिन समीक्षा कर इनमें कमी लाई जाए। सड़क दुर्घटनाओं को अधिक से अधिक टालने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि टू व्हीलर चला रहे ज्यादातर लोगों की सड़क दुर्घटना में मृत्यु इसीलिए होती है, क्योंकि उन्होंने हेलमेट नहीं पहना होता है। टू व्हीलर चलाते समय अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनने और फोर व्हीलर चलाते समय सीट बेल्ट पहनने के लिए लोगों को जागरुक किया जाए। हेलमेट सुरक्षा है, बोझ नहीं- यह समझाने का प्रयास किया जाए। आरटीओ द्वारा जागरुकता शिविर समय-समय पर लगाए जाएं। वाहनों की फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जाए। फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करने से पहले वाहनों का सूक्ष्मत: निरीक्षण किया जाए।

जस्टिस सप्रे ने कहा कि आमजन सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की हर संभव सहायता करें। यदि आप सड़क दुर्घटना में किसी का जीवन बचाते हो तो यह अत्यंत पुण्य का काम है। आमजन ऐसे प्रकरणों में घायल व्यक्ति की पूर्ण संवेदनशीलता के साथ सहायता करें। बैठक में विगत 05 वर्षों में वर्षवार वाहन दुर्घटना की जानकारी दी गई। पूर्व न्यायाधीश सप्रे ने कहा कि सड़क दुर्घटना में मृत्यु न हो, इस बात के‍ विशेष प्रयास किए जाएं। ब्लैक स्पॉट को शीघ्र अतिशीघ्र सुधारा जाए। विलंब की स्थिति में संबंधित ठेकेदार को आजीवन ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही की जाए।

बैठक में उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह, पुलिस अधिक्षक प्रदीप शर्मा, एडीएम प्रथम कौशिक, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक, स्मार्ट सिटी सीईओ संदीप शिवा, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष मालवीय, ईई गौतम अहिरवार, सीएमएचओ डॉ अशोक कुमार पटेल और अन्य संबंधित विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे।