
बोकारो, 3 सितंबर। बोकारो के सेक्टर-4 स्थित वृंदावन नर्सिंग होम में इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगा है। यहां पथरी के ऑपरेशन के दौरान हुई गड़बड़ी के कारण 60 वर्षीय मुटूक रजवार की मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने शव को अस्पताल के बाहर रखकर जोरदार हंगामा किया और तोड़फोड़ की। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुटूक रजवार को पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए वृंदावन नर्सिंग होम में भर्ती किया गया था। ऑपरेशन के दौरान उनकी स्थिति गंभीर हो गई। हालत बिगड़ने पर अस्पताल प्रबंधन ने कई बार ऑपरेशन किया, लेकिन मरीज की स्थिति और खराब होती गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त के निर्देश पर सिविल सर्जन खुद नर्सिंग होम पहुंचे और जांच की। इसके बाद मरीज को बेहतर इलाज के लिए रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया। वहीं, रिम्स में इलाज के दौरान मुटूक रजवार की मौत हो गई।
मृतक के परिजनों का आरोप है कि नर्सिंग होम प्रबंधन ने सिविल सर्जन से मिलीभगत कर मरीज को रिम्स भेजा, जबकि परिजन उन्हें वेल्लोर ले जाना चाहते थे। उनका कहना है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और सही निर्णय न लेने की वजह से मरीज की जान गई।
हंगामे के बीच परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। इधर, प्राइवेट वेलफेयर हॉस्पिटल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रभात रंजन ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, ताकि पीड़ित परिजनों को न्याय मिल सके और चिकित्सक परिवार पर लगे आरोपों की भी सच्चाई सामने आ सके।