कोलकाता, 27 मार्च। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर भाजपा सांसद दिलीप घोष की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक तरफ सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है तो दूसरी ओर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विवादित बयान के लिए उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी किया है। बुधवार को इसकी पुष्टि खुद दिलीप घोष ने की। उन्होंने कहा कि इस नोटिस का वह लिखित में जवाब देंगे। नोटिस जारी कर भाजपा ने ना सिर्फ घोष की टिप्पणियों पर नाराजगी जाहिर की है बल्कि उनसे जवाब भी मांगा है।
पार्टी अध्यक्ष की ओर से भाजपा महासचिव अरुण सिंह के द्वारा हस्ताक्षर किए गए कारण बताओं नोटिस में सीएम ममता बनर्जी पर दिलीप की टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा गया है, “दिलीप घोष, आपका आज का बयान अशोभनीय और असंसदीय है। यह भारतीय जनता पार्टी की नीति के भी खिलाफ है। पार्टी इस बयान की निंदा करती है। अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देशानुसार जल्द से जल्द अपना आचरण स्पष्ट करें।”
उल्लेखनीय है कि ममता सरकार में मंत्री शशि पांजा ने दिलीप घोष को अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग की थी। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष को तृणमूल के चुनावी नारे ‘बांग्ला निजेर मेयेके चाई’ (बंगाल अपनी बेटी चाहता है) का मजाक उड़ाते हुए देखा गया था। इस बार वह बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार हैं। दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी ने कहा कि जब वह गोवा गईं तो वह गोवा की बेटी हो गई थीं और जब वह त्रिपुरा गईं तो वह त्रिपुरा की बेटी थीं। यह सच नहीं है। पहले उन्हें खुद तय करने दें कि उनके पिता कौन हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी की भी बेटी होना ठीक नहीं है।