हुगली, 10 अगस्त। हुगली जिले के आरामबाग में द्वारकेश्वर नदी पर बने रामकृष्ण सेतु का एक हिस्सा शनिवार देर रात ढह गया। जानकारी के अनुसार सेतु का जो हिस्सा ढहा है, उसके अगले हिस्से में दरारें भी आ गई हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए वह हिस्सा भी कभी भी ढह सकता है। उल्लेखनीय है कि पहले से ही पुल की हालत खराब थी। पुलिस में वह कई जगह दरारें भी पड़ रही थीं। इस बीच, 5 अगस्त को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसी रामकृष्ण पुल से घाटाल के कामारपुकुर गईं थीं। नतीजतन, पुल के रखरखाव के साथ-साथ ममता की अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। ‘कमजोर पुल’ का बोर्ड लगभग एक साल से लटका हुआ था। लेकिन फिर भी, इलाके के निवासी सवाल कर रहे हैं कि इसकी मरम्मत पर जोर क्यों नहीं दिया गया।

दक्षिण बंगाल के एक बड़े हिस्से के को यह पुलिस आपस में जोड़ता है। पाँच-छह ज़िलों की यात्री बसें और अन्य वाहन इस पुल से गुज़रते हैं। यह पुल बांकुड़ा, पुरुलिया, पूर्वी मेदिनीपुर, पश्चिमी मेदिनीपुर और आरामबाग, बर्दवान और कोलकाता के बीच यातायात में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चूंकि यहां बसों का आवागमन बहुत अधिक होता है, इसलिए मालवाहक ट्रकों का आवागमन भी काफ़ी होता है।

आस-पास कई स्कूल-कॉलेज हैं। बाज़ार घाट और रिहायशी इलाके हैं। यह पुल लोगों के आवागमन के मुख्य साधनों में से एक है। शायद इसलिए जान-माल का नुकसान टल गया क्योंकि यह बड़ा हादसा रात में हुआ। फ़िलहाल, घटनास्थल पर पुलिस बैरिकेड लगा दिया गया है।