रांची, 16 जून ।  राजधानी के लाली पंचायत अंतर्गत सुदूरवर्ती हेसो जंगल क्षेत्र में बाघ या  चीते की मौजूदगी की आशंका से राजधानी से सटे बुंडू-नामकुम सीमा पर दहशत फैल गई।

सोमवार को ग्रामीणों ने बताया कि जंगल में चर रहे तीन मवेशियों को किसी जंगली जानवर ने मार डाला है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय जनप्रतिनिधि आरती कुजूर समेत वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची और पूरे मामले का जायजा लिया।

प्रथम दृष्ट्या में घटना बाघ या चीता जैसे हिंसक जानवर के हमले का प्रतीत हो रहा है।

घटनास्थल पर जगह-जगह बाघ या चीते के पंजे का निशान मिले है। तीनों मवेशियों के शरीर पर नाखून और पंजे के झपटे देखे जा सकते हैं। इसे देखकर ग्रामीणों में भारी दहशत का माहौल है।

आरती कुजूर ने बताया कि ग्रामीणों ने रात में जानवरों की दहाडने जैसी आवाजें सुनी गई थीं। संभावना है कि उक्‍त जानवर ने ही इन हमलों को अंजाम दिया है। उन्होंने घटना के बाद ग्रामीणों को समझाने और सतर्कता बरतने की सलाह दी। वन पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही क्षेत्र में गश्‍ती बढ़ा दी गई।

शाम के बाद जंगल की ओर न जाने और मवेशियों को चराने के दौरान समूह में ले जाने का आग्रह किया गया।

घटनास्थल पर आरती कुजूर, लाली पंचायत समिति सदस्य बबिता देवी, सुरेन्द्र महतो, वार्ड बीरबल मुंडा, खिजरी उपमुखिया सुजीत सिन्हा सहित अन्य शामिल थे।