सरकार ने दिए जांच के आदेश
रांची, 15 जून । गिरिडीह के डुमरी में एक पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कीटनाशक खाकर खुदकुशी कर ली। मृतक पंचायत सेवक का नाम सुखलाल महतो था, जो बलथरिया पंचायत के कुलगो निवासी थे।
शुक्रवार को सुखलाल महतो ने डुमरी प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में कीटनाशक का सेवन कर लिया था। उन्हें गंभीर हालत में रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार देर रात उनकी मौत हो गई।
खुदकुशी से पहले सुखलाल महतो ने सोशल मीडिया पर डुमरी विधायक जयराम महतो के नाम एक पत्र पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने अपनी आत्महत्या के लिए चार लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। सुखलाल महतो ने अपने सुसाइड नोट में जिन लोगों पर मानसिक उत्पीड़न और अपमान का आरोप लगाया था, उन सभी पर सार्वजनिक रुप से अपमानिक करने का आरोप है।
डुमरी की प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) के बारे में पोस्ट में कहा गया था कि उन्होंने भरी सभा में तुम-ताम जैसे शब्दों से अपमानित किया। इसके अलावा बलथरिया की मुखिया के पति परमेश्वर नायक, पीएमएवाई के बीसी अजय कुमार और बलथरिया के रोजगार सेवक अनिल कुमार को भी मानसिक प्रताड़ना के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
पंचायत सेवक ने पत्र में अपनी मौत के लिए चारों व्यक्तियों को जिम्मेदार ठहराते हुए विधायक जयराम महतो से अपने परिवार के भरण-पोषण का ध्यान रखने की अपील भी की थी।
डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन
पंचायत सेवक के कीटनाशक खाने के मामले को सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है और जिले के डीसी को जांच का आदेश दिया है । जिसके बाद डीसी रामनिवास यादव ने जांच कमेटी बनाई है। कमेटी में अपर समाहर्ता विजय सिंह बिरुआ, सरिया बगोदर के एसडीएम संतोष कुमार गुप्ता, मुख्यालय डीएसपी नीरज कुमार सिंह एवं डॉ. रवि महर्षि को शामिल किया गया है।
डीसी के जरिये गठित कमेटी ने डुमरी अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर डुमरी प्रखंड के कई कर्मियों के साथ-साथ बीडीओ से भी पूछताछ की है । जानकारी के अनुसार इलाज के दौरान पंचायत सेवक की मौत होने के बाद, विधि व्यवस्था भंग होने की आशंका को देखते हुए डुमरी एसडीओ ने क्षेत्र में दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती की है ।
एसडीपीओ सुमीत कुमार राजावत ने कहा कि पंचायत सेवक की मौत के मामले की प्रशासन द्वारा जांच की जा रही है। पुलिस भी मामले में अपने स्तर की छानबीन करने में जुटी है।