इस्लामाबाद, 08 फरवरी। पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए गुरुवार सुबह 8 बजे मतदान शुरू हो गया जो शाम 05 बजे समाप्त होगा। चुनाव की पूर्व संध्या पर हुई हिंसक घटनाओं को देखते हुए लगभग 6,50,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। साथ ही मतदान के दौरान टेलीफोन सेवा बंद कर दी गई है। बुधवार को बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव कार्यालयों को निशाना बनाकर किए गए दो बम धमाकों में कम से कम 25 लोग मारे गए और 42 अन्य घायल हो गए।
आज हो रहे मतदान में 74 वर्षीय शरीफ की नजर रिकॉर्ड चौथी बार प्रधानमंत्री बनने पर होगी। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जेल में होने के कारण शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। नवाज शरीफ को सेना का समर्थन प्राप्त है।
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार निर्दलीय के रूप से चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट ‘बल्ला’ से वंचित करने संबंधी निर्वाचन आयोग के फैसले को बरकरार रखा है।
इस चुनावी मुकाबले में बिलावल भुट्टो-जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) भी शामिल है। बिलावल भुट्टो-जरदारी को पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है।
नेशनल एसेंबली की 266 सीटों के लिए शुरू हुए चुनाव में 12.85 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता मतदान कर रहे हैं। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के अनुसार कुल 12,85,85,760 पंजीकृत मतदाता वोट देने के पात्र हैं। आयोग के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में सबसे अधिक 7,32,07,896 पंजीकृत मतदाता हैं, इसके बाद सिंध में 2,69,94,769, खैबर पख्तूनख्वा में 2,19,28,119, बलूचिस्तान में 53,71,947 और राजधानी इस्लामाबाद में 10,83,029 मतदाता हैं।
नेशनल असेंबली के लिए 5,121 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनमें से 4,807 पुरुष, 312 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं। चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 12,695 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 12,123 पुरुष, 570 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं।
ईसीपी ने देशभर में 9,07,675 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें पुरुष मतदाताओं के लिए 25,320, महिलाओं के लिए 23,952 और अन्य 41,403 मिश्रित मतदान केंद्र शामिल हैं।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, 44,000 मतदान केंद्र सामान्य हैं जबकि 29,985 को संवेदनशील और 16,766 को अत्यधिक संवेदनशील घोषित किया गया है।
मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगभग 6,50,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इनमें पुलिस, नागरिक सशस्त्र बल और सशस्त्र बल के जवान शामिल हैं। ईसीपी के एक अधिकारी ने बताया कि पीठासीन अधिकारी, जिन्हें पहले ही मजिस्ट्रेट की विशेष शक्तियां दी गई हैं, पुलिस और सैन्यकर्मियों की सुरक्षा में मतदान सामग्री को मतदान केंद्रों तक ले जाएंगे।