इस्लामाबाद, 05 जनवरी। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को कश्मीर और वहां के लोगों के लिए पाकिस्तान के अटूट समर्थन को दोहराया। दोनों ने इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र आयोग के 05 जनवरी, 1949 को भारत और पाकिस्तान के लिए दिए गए ऐतिहासिक प्रस्ताव का भी उल्लेख किया। साथ ही इसे लागू न करा पाने के लिए संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की।
जियो न्यूज चैनल की खबर के अनुसार दोनों नेताओं ने विश्व समुदाय से कश्मीरियों की आकांक्षाओं का समर्थन करने का आह्वान किया। राष्ट्रपति जरदारी ने अपने संदेश में भारत के दशकों से इस अधिकार से इनकार करने की निंदा की। राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान आत्मनिर्णय के अधिकार का नैतिक समर्थन देना जारी रखेगा।
प्रधानमंत्री शहबाज ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र निष्पक्ष जनमत संग्रह कराए। उन्होंने प्रस्ताव को लागू करा पाने में विफलता का आरोप भी संयुक्त राष्ट्र पर मढ़ा और भारत की निंदा की। उन्होंने कहा कि भारत विवादित क्षेत्र की संरचना बदलने की कोशिश कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र मूकदर्शक बना हुआ है।