संयुक्त राष्ट्र, 19 अक्टूबर। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से गाजा में तत्काल संघर्ष विराम की व्यवस्था कराने और इस मुद्दे पर महासभा में बहस कराने का आग्रह किया है।

अन्य मुस्लिम देशों ने भी इस मुद्दे पर महासभा में बहस की मांग का समर्थन किया। इस मुद्दे को लेकर ओआईसी के विदेश मंत्रियों की कार्यकारी समिति ने न्यूयॉर्क में बैठक की और इजरायल-फिलिस्तीन में जारी संघर्ष की चपेट में आ रहे निर्दोष लोगों की रक्षा के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल भेजने का प्रस्ताव रखा।

इस्लामाबाद के संयुक्‍त राष्‍ट्र में में पाकिस्तान के दूत मुनीर अकरम ने बताया कि पाकिस्तान ने संयुक्‍त राष्‍ट्र से इस प्रस्ताव पर तत्काल विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान तत्काल युद्धविराम का समर्थन करता है। हमें खेद है कि एक दिन पहले रूसी संघ के प्रस्ताव के विरोध और अपर्याप्त समर्थन तथा युद्धविराम के ब्राजीलियाई प्रस्ताव में रूसी संशोधनों के कारण सुरक्षा परिषद युद्धविराम के लिए कॉल जारी करने में असमर्थ रही।”

राजदूत अकरम ने कहा, “पाकिस्तान बुधवार को अल अहली अस्पताल पर इजरायल के कायरतापूर्ण और आपराधिक हमले की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करता है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।”

अकरम ने कहा, “ब्राजीलियाई प्रस्ताव को लेकर हमारे विचार स्पष्ट थे, लेकिन हम वीटो के स्थायी सदस्य द्वारा मतदान न किए जाने पर ब्राजीलियाई प्रस्ताव को अपनाने में परिषद की असमर्थता से हैरान हैं।” उन्होंने कहा, “गाजा में जारी हमले के पीछे वे भी जिम्मेदार हैं, जिन्होंने इसको जारी रखने में योगदान दिया है।”

ब्राजील के प्रस्ताव के पक्ष में 12 वोट मिले, एक विपक्ष में और रूस-ब्रिटेन से दो वोट अनुपस्थित रहे। मतदान के बाद, ब्राजील के संयुक्त राष्ट्र दूत सर्जियो फ़्रैंका डेनीज ने कहा, “परिषद के एक स्थायी सदस्य ने वीटो का इस्तेमाल किया, जिसके कारण मसौदा प्रस्ताव को अपनाया नहीं गया।”

उधर संरा में रूस केदूत वासिली नेबेंज़िया ने अमेरिका पर पाखंड का आरोप लगाया और दावा किया कि वह वास्तव में यहां कोई समाधान नहीं चाहता है, जबकि अमेरिकी दूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि अमेरिकी नेता इजरायली जमीन पर पहुंच चुके हैं और बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “ हमारा मानना है कि हमें उस कूटनीति को आगे बढ़ने देना चाहिए।” उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पहले ही संरा प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस से बात कर चुके हैं।