
पलामू, 20 मई । जिले के हुसैनाबाद के कृषकों ने झारखंड सरकार से खरीदे गए धान के भुगतान में हो रही अत्यधिक देरी को लेकर गहरी नाराजगी जताई है। कृषकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन के माध्यम से मंगलवार को मांग की है कि छह माह पूर्व सरकारी दर पर बेचे गए धान की सम्पूर्ण राशि का भुगतान तत्काल प्रभाव से एक मुश्त किया जाए।
ज्ञापन में कृषकों ने बताया है कि सरकार की ओर से यह आश्वासन दिया गया था कि 24 घंटे के भीतर उनके बैंक खातों में धान का मूल्य भेज दिया जाएगा, लेकिन अब तक उन्हें पूरी राशि नहीं मिली है। इससे कृषक भारी कर्ज में डूब गए हैं और अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए साहूकारों से ऋण लेने को विवश हैं।
कृषकों ने सरकार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने और साहूकारों के चंगुल से मुक्त कराने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर किसानों को समय पर भुगतान नहीं कर उनकी स्थिति और भी बदतर बना रही है।
किसानों ने ‘सेवा का अधिकार अधिनियम’ का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी सरकारी कार्य को 15 दिन के भीतर निष्पादित करने का प्रावधान है, लेकिन इसके बावजूद किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।
ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि यदि आवेदन की तिथि से 15 दिनों के भीतर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे सभी किसान राजभवन के समक्ष आमरण अनशन शुरू करेंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। इस ज्ञापन की प्रतिलिपि राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री, वित्त मंत्री, नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य उच्चाधिकारियों को भी भेजी गई है।