नई दिल्ली, 6 फ़रवरी । अमेरिका से 104 भारतीयों को ‘अमानवीय’ तरीके से निर्वासित करने के विरोध में विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान कई सांसदों ने हाथों में हथकड़ियां पहन रखी थीं और तख्तियां थाम रखी थीं, जिन पर कई तरह के स्लोगन लिखे हुए थे।
इस मौके पर कांग्रेसाध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम, इंडी गठबंधन (आईएनडीआईए) के दल भारतीय नागरिकों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। मोदी सरकार को निर्वासन पर एक विस्तृत बयान जारी करके बताना चाहिए कि हमने भारतीयों को सम्मान और गरिमा के साथ वापस लाने के लिए अपने स्वयं के विमान क्यों नहीं भेजे, बजाय इसके कि हमारी धरती पर एक सैन्य विमान उतरे।
राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिका ने सैन्य विमान से बेड़ियों में बांधकर भारतीय नागरिकों को वापस भेजा, जो हर भारतीय और भारत का अपमान है। वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बहुत बात की गई थी कि मोदी और ट्रंप बहुत अच्छे मित्र हैं, फिर मोदी जी ने ऐसा क्यों होने दिया? क्या इंसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है कि उनको हथकड़ियां और बेड़ियां पहनाकर भेजा जाए? ये कोई तरीका है…प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग भारत को विश्वगुरु बनाने का सपना दिखा रहे थे, वे अब चुप क्यों हैं? भारतीय नागरिकों को गुलामों की तरह हथकड़ी लगाकर और अमानवीय परिस्थितियों में भारत भेजा जा रहा है। विदेश मंत्रालय क्या कर रहा है? बच्चों और महिलाओं को इस अपमान से बचाने के लिए सरकार ने क्या किया?
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव और कुछ अन्य नेता भी संसद के मुख्य द्वार के बाहर हथकड़ी पहने हुए अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए देखे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका से निर्वासित किए जाने के दौरान भारतीय नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।