पटना, 22 जुलाई। बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत जबरदस्त हंगामे से हुई। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष के नेताओं ने सदन के बाहर जबरदस्त तरीके से अपनी आवाज उठाई और सदन के अंदर भी खूब हंगामा किया। राजद और कांग्रेस के कई विधायक विधानसभा के मुख्य द्वार पर बैठ गए।

विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव को भी विधानसभा में जाने से रोकने का प्रयास किया। हालांकि, मार्शल ने हाथ पकड़ कर प्रदर्शनकारी विधायकों को उठा दिया।

विपक्षी दलों के विधायक लगातार मतदाता सूची पुनरीक्षण और राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर हंगामा कर रहे थे। इसके बाद सदन की कार्यवाही भी काफी हंगामेदार रही। सदन के अंदर कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य हाथ में पोस्टर लेकर हंगामा करने लगे। यहां तक कि विपक्ष के सदस्य बेल में चले आए। कई सदस्य वोटर लिस्ट रिवीजन और कानून व्यवस्था पर अपना विरोध जताने के लिए काले लिबास में भी सदन में पहुंचे थे। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद महज कुछ ही देर चल सकी।

विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से हंगामा ना करने का बार-बार आग्रह किया लेकिन विपक्ष के सदस्य लगातार नारेबाजी करते रहे। कुछ सदस्यों ने कुर्सी मेज को भी पटका। इससे सदन का माहौल और गर्मा गया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगति कर दिया।

इससे पहले बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी काली साड़ी पहन कर आई थीं। विधान परिषद के बाद राबड़ी देवी के हाथ में भी एक पोस्टर नजर आया। इस पोस्टर के जरिए बिहार में चल रहे मतदाता पुनरीक्षण का विरोध जताया गया था। बिहार विधान परिषद में भी हंगामा और शोर-शोराबा बरपा है। विपक्षी सदस्यों के लगातार हंगामे के बाद सभापति ने विधान परिषद की कार्यवाही 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी ।