‘हिंदी उर्दू को मिले ऐसे ठेकेदार, जिनके घर की आबरू अंग्रेजी अखबार” – विजेंद्र शर्मा

ओंकार समाचार

कोलकाता, 7 जुलाई। राजस्थान सूचना एवं जनसंपर्क केंद्र, सदीनामा पत्रिका और राजस्थान पत्रिका की ओर से शनिवार शाम “एक शाम गजल” के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कामर्स हाउस स्थित  राजस्थान सूचना केंद्र में, आयोजित इस कार्यक्रम में विजेंद्र शर्मा सेकंड – इन – कमांड , हेडक्वार्टर स्पेशल डी जी , ईस्टर्न कमांड, कोलकाता    को सम्मानित भी किया गया।

इस मौके पर विजेंद्र शर्मा ने गजल के इतिहास पर बात की तथा अपने दोहों से जमकर तालियां बटोरीं। अखबारी जगत के दोहरे मापदंड पर तीखे तंज, ” हिंदी उर्दू को मिले ऐसे ठेकेदार, जिनके घर की आबरू अंग्रेजी अखबार , को खूब पसंद किया गया। राष्ट्रवाद की भावना से लबरेज उनकी रचना,  पहरेदारी मुल्क की सौंप हमारे हाथ..  और सांप्रदायिक सद्भावना से भरी उनकी रचना,” तू कहता रोजा जिसे, मैं कहता उपवास,” ने श्रोताओं का दिल जीत लिया।

आयोजन की शुरुआत सोहेल खान की प्रस्तुति से हुई। उन्होंने गंगा-जमुनी तहजीब को पिरोते हुए, ” मैं हिंदी में गजल पढता हूं और उर्दू मुस्कुराती है” पेश की। आईपीएस अधिकारी महेंद्र सिंह पूनिया  ने गजल कही । राज मिठोलिया ने, हम रहे न रहें वतन हमारा आबाद रहे और अभिज्ञात ने,  “अपनी तकदीर खुद ही लिखने घर से  बेटियां निकल पड़ीं “। रौनक अफरोज ने,” सच लिखने से कौन बचा है और अशरफ का खुदा होना आसान है क्या ?  को भी जमकर दाद मिली।

पटना से आई अलका वर्मा ने प्रेम के इजहार की कविता पेश की। फेशीन एजाज, कृष्ण कुमार  दूबे,सेराज खान बातिश, शकील गोंडवी, रीमा पांडे,शायर अशरफ याकूबी, रामनाथ बेखबर, इरम अंसारी, अल्पना सिंह , नजीर राही, हीरालाल साव,  आफरीन ने भी अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी।

गजलों के उस्ताद हलीम साबिर ने सामाजिक व्यवस्था और देश के मौजूदा हालात पर गजल पढऩी शुरू की तो पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। राजस्थान सूचना केंद्र के सहायक निदेशक हिंगलाज दान रतनू ने चारण वंशावली का परिचय देते हुए,  अपनी रचना प्रस्तुत की।

कार्यक्रम का संचालन सदीनामा के संपादक जीतेंद्र जितांशु ने किया और राजस्थान पत्रिका के संपादकीय प्रभारी विनीत शर्मा ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में पत्रकार ओम प्रकाश सिंह, लक्ष्मण सहारन, मीनाक्षी सांगानेरिया, नेहा बिनानी, शांतनु बनर्जी, सुजाता नाग, पुनीत अग्रवाल, शीला अग्रवाल, प्रेम कपूर, वी अरुना,  सुरेश शॉ , प्रशांत नंदी, शकुन त्रिवेदी, डॉ. शिप्रा मिश्रा , संचित सोनम, पत्रकार कृष्ण दास पार्थ ,  प्रणति ठाकुर, श्रद्धा टिबरेवाल, रेशमी पांडा मुखर्जी,शायर रणजीत  भारती, कुलदीप कुमार समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे।