कोलकाता, 27 जनवरी। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय कवि संगम की मध्य कोलकाता इकाई  का वार्षिक अधिवेशन बड़ा बाज़ार लाइब्रेरी के आचार्य विष्णुकांत शास्त्री सभागार में डॉ. गिरिधर राय की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। लाइब्रेरी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जयगोपाल गुप्ता अधिवेशन  के मुख्य अतिथि एवं श्यामा सिंह, बलवंत सिंह गौतम, देवेश मिश्र विशिष्ट अतिथि के रूप उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का प्रारम्भ जिला महामंत्री स्वागता बसु के स्वागत भाषण एवं जिला मंत्री आलोक चौधरी द्वारा डॉ० गिरिधर राय रचित सरस्वती वन्दना के साथ हुआ|

कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र में स्वागता बसु के संचालन में सभी अतिथियों एवं मध्य कोलकाता के कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। तत्पश्चात गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर राष्ट्रीय कवि संगम की त्रैमासिक पत्रिका ‘राष्ट्र स्वर’ के आठवें अंक का लोकार्पण मुख्य अतिथि जय गोपाल गुप्ता एवं अन्य उपस्थित विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया।

प्रांतीय सह महामंत्री बलवंत सिंह गौतम ने गणतंत्र दिवस एवं राष्ट्र स्वर पत्रिका के आठवें अंक के बारे में विस्तार से बताया।

दूसरे सत्र में जिला मंत्री मौसमी प्रसाद के संचालन में सभी रचनाधर्मियों ने संस्था के ही किसी दूसरे रचनाधर्मी की कविता की आवृत्ति उस रचना के सृष्टा के समक्ष ही प्रस्तुत कर, एक अनूठे प्रयोग को सफलतापूर्वक अंजाम दिया|

इस अवसर पर श्यामा सिंह, देवेश मिश्र, चंद्रिका प्रसाद पाण्डेय अनुरागी, ऊषा जैन, रामाकांत सिन्हा, स्वागता बसु, आलोक चौधरी, मौसमी प्रसाद, स्वेता गुप्ता स्वेताम्बरी, बिकास ठाकुर, सौमी मजुमदार, निखिता पाण्डेय, अतिश कुमार राय, स्वीटी माहातो, पुनीत अग्रवाल, नीता अनामिका, वन्दना पाठक, हिमाद्रि मिश्रा, सुषमा राय पटेल, रेखा रजक, डॉ० मनोज मिश्र, मीतू कानोडिया, कंचन राय, चंद्रभानु गुप्त मानव, सुधा मिश्रा द्विवेदी, अनु नेवटिया, नागेन्द्र कुमार दूबे, नीलम झा, रंजना झा, डॉ० शिप्रा मिश्रा, डॉ० रविन्द्र श्रीवास्तव, डॉ० राजन वर्मा, अमित अम्बस्ट, रूपम महातो, शशि लाहोटी, प्रगति दूबे, शिविर ढांढनिया, गणेश नाथ तिवारी, आशुतोष मणि त्रिपाठी, पूर्णिमा पाठक, सुजाता माहातो एवं हरिशंकर पाठक ने अपनी प्रस्तुतियां दी।

इनके अलावा जिला संरक्षक उमेश चन्द्र तिवारी, एवं वरिष्ठ गज़लकार नंदलाल रौशन  ने गणतंत्र दिवस से सम्बंधित अपनी रचनाओं का पाठ कर सभी को देशभक्ति की भावना से ओत प्रोत कर दिया| अंत में डॉ. गिरिधर राय ने अपने अध्यक्षीय में गणतंत्र दिवस एवं महाकुंभ 2025 के महत्व एवं उसकी भव्यता पर प्रकाश डाला। राय ने श्रोताओं की मांग पर हास्य कविता ‘ कुंभमेला और नागाबाबा ‘ सुनाकर श्रोताओं को लोट-पोट कर दिया। कार्यक्रम का समापन, जिला अध्यक्ष रामाकांत सिन्हा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया