नई दिल्ली, 5 मई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के एक बड़े मामले में ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल), डुलियाजन, असम के डिप्टी जनरल मैनेजर और नोएडा की एक निजी कंपनी के सेल्स एंड मार्केटिंग डीजीएम को गिरफ्तार किया है। दोनों पर 7 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और लेने का आरोप है।

सीबीआई के बयान के मुताबिक, 3 मई को चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि ऑयल इंडिया के अधिकारी प्रयास चक्रवर्ती और कंपनी के डीजीएम ज्योति कुमार सिंह मिलकर ठेके दिलवाने और बिल पास कराने के बदले घूस लेते थे। ऑयल इंडिया अधिकारी ने एक ठेका दिलवाने के बदले 70 ग्राम सोने के आभूषण की मांग की थी लेकिन निजी कंपनी के अधिकारी ने सोने की जगह 7 लाख रुपये नकद देने की बात कही। यह रकम कंपनी के एमडी ने जुटाई और अधिकारी को सौंपी।

इस रकम में से ऑयल इंडिया अधिकारी ने नोएडा की एक दुकान से 3.73 लाख रुपये के सोने के सिक्के खरीदे और बाकी रुपये अपने घर ले गया। उसी दिन सीबीआई ने जाल बिछाकर उसे रंगे हाथों नकदी और सोने की खरीद से जुड़े दस्तावेजों के साथ पकड़ लिया। दोनों आरोपितों को आज गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया जाएगा। दिल्ली, नोएडा, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया में आरोपितों के घरों और दफ्तरों पर छापे में 30 लाख रुपये से ज्यादा की नकदी, सोने के गहने, मोबाइल और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं।