पटना 12 अक्टूबर। आनंदविहार से कामाख्या जा रही नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस के पूर्व-मध्य रेलवे के पटना-पं. दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड पर रघुनाथपुर के पास बुधवार रात 23 डिब्बे पटरी से उतरगए। इस हादसे में मां-बेटी समेत चार लोगों की मौत हो गई।

ईसीआर ने बताया कि आनंद विहार टर्मिनल से चलकर कामाख्या जाने वाली गाड़ी संख्या 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 23 डिब्बे बुधवार को करीब 21:35 बजे दानापुर मंडल के रघुनाथपुर स्टेशन के निकट पटरी से उतर गए। इस दुर्घटना में चार यात्रियों की मौत और 100 से अधिक यात्री घायल हुए। गंभीर रूप से घायल 75 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

बक्सर जिले के ब्रह्मपुर (रघुनाथपुर) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि हादसे के शिकार लोगों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां चार लोगों की मौत हो गई। इनमें असम के तिनसुकिया निवासी दीपक भंडारी की पत्नी उषा भंडारी (33) और उनकी जुड़वा बेटियों में से एक आकृति भंडारी (08), बिहार के किशनगंज जिले के बिसनपुर, सप्तीया के अबू जायद (27) और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। भंडारी का परिवार वर्तमान में दिल्ली के महरौली में रहता है।

इसी बीच गुरूवार को बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि चौथे मृतक की पहचान नरेंद्र कुमार के रूप में की गई है। वह राजस्थान के रहने वाले थे और बेगूसराय के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत थे। वह राज्य स्वास्थ्य समिति के कर्मचारी थे।

घायल दीपक भंडारी ने बताया कि वह उनकी पत्नी उषा भंडारी एवं दो जुड़वा बेटियां आकृति (08) और अदिति (08) जलपाइगुड़ी जा रहे थे। रघुनाथपुर के पास ट्रेन के एम1 समेत कई कोच पटरी से उतर गए। एम1 कोच के पटरी से उतरते ही उनकी पत्नी और बेटी आकृति खिड़की से ट्रेन के बाहर गिर गई। इस दुर्घटना में उनकी पत्नी और बेटी आकृति की मौत हो गई। उनका और उनकी दूसरी बेटी का ब्रह्मपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है।

ट्रेन यात्रियों ने बताया कि वह लोग सो रहे थे इसी दौरान तेज झटकों के साथ जोर का धमाका हुआ और चीख-पुकार मच गई। मौत का यह नजारा देख सबकी रूह कांप गई। किसी तरह से खिड़कियों के शीशे तोड़कर हमलोग बाहर निकले। स्थानीय लोगों ने बताया कि जब ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हुई तो कई किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी। भागे-भागे वे लोग घटना स्थल पर पहुंचे। लोगो को ट्रेन से बाहर निकला गया।

अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि इस दुर्घटना में चार लोगों की मौत हुई है जबकि लगभग 100 लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। बक्सर के सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा ने बताया कि गम्भीर रूप से घायलों को एम्स पटना एवं अन्य को आसपास के अस्पतालों में भेजा गया है। जिला अग्निशमन पदाधिकारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि जैसे ही उनलोगों को इस दुर्घटना की सूचना मिली वैसे ही ब्रह्मपुर थाने में खड़ी उनकी टीम सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंची और राहत एवं बचाव शुरू कर दिया।

इधर दानापुर रेल मंडल ने गंभीर रूप से घायल 75 इलाजरत लोगों की सूची जारी की है। सामान्य रूप से घायल लोगों को इलाज के बाद छोड़ दिया गया है। गंभीर रूप से घायल तीन महिला समेत 10 लोगों का इलाज पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में, नौ लोगों का सदर अस्पताल, भोजपुर में, चार महिला समेत 38 लोगों को रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में, एक व्यक्ति का पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (पीएमसीएच) में, तीन महिला समेत 12 लोगों का बक्सर सदर अस्पताल में, दो लोगों का डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में, एक महिला समेत तीन लोगों का इलाज जगदीशपुर (आरा) अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।

इस बीच ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने आज बताया कि रेल प्रशासन की ओर से इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मृत यात्रियों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दे दी गयी है। साथ ही दुर्घटना में घायल यात्रियों को 50-50 हजार रुपये अनुग्रह राशि के रूप में दी गयी। सभी यात्रियों को घटनास्थल से गंतव्य तक की यात्रा के लिए विशेष प्रबंध के तहत रघुनाथपुर से एक स्पेशल ट्रेन खोला गया है।

श्री कुमार ने बताया कि दुर्घटना की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए रेल प्रशासन ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सभी घायलों को रघुनाथपुर, आरा, बक्सर और पटना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ट्रेनों के परिचालन की पुनर्बहाली का कार्य प्रगति पर है। दुर्घटना के संबंध में सूचना मुहैया कराने के लिए हेल्पलाईन नंबर जारी किए गए हैं। दुर्घटना की जांच संरक्षा आयुक्त (रेलवे), ईस्टर्न सर्किल, कोलकाता द्वारा की जाएगी।