पटना, 08 नवम्बर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को दिए गए अपने विवादित बयान के लिए बुधवार को विधानसभा में माफी मांग ली, लेकिन उनके इस्तीफे की मांग पर अड़े विपक्ष के जोरदार हंगामे के कारण सभा की कार्यवाही करीब 14 मिनट बाद ही दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि अपने वक्तव्य के संबंध में यहां आने से पहले ही उन्होंने प्रेस वालों के सामने सफाई दे दी है। बिहार में कितना ज्यादा महिलाओं की पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है। मंगलवार को ही हमने बता दिया कि शिक्षा पर जोर देने के कारण प्रजनन दर में कमी आई है। यह खुशी की बात है। लड़का लड़की में यदि लड़की मैट्रिक पास है तो देश में प्रजनन दो और बिहार में भी प्रजनन दर दो है, लेकिन यदि लड़की इंटर पास कर जाती है तो देश में प्रजनन अंदर 1.7 है और बिहार में 1.6 है ।

नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने महिलाओं की शिक्षा पर जोर दिया। आज महिला बहुत ज्यादा पढ़ रही हैं। महिलाओं को अगर उनकी किसी बात को लेकर तकलीफ हुई है तो वे अपनी बात को वापस लेते हैं और स्वयं अपनी निंदा करते हैं। वे मैं दुख प्रकट करते करता हैं। उनके किसी एक शब्द के चलते यदि किसी को तकलीफ हुई है तो क्षमा करें। वे शर्म महसूस कर रहे हैं और इसके लिए दुख प्रकट कर रहे हैं। अपनी सारी बातों को वे वापस लेते हैं। वे हमेशा महिलाओं के पक्ष में रहे हैं। उनके हित में उन्होंने कई काम किए हैं।