कोलकाता, 31 मई। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले नेटवर्क की तलाश में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार सुबह कोलकाता समेत देश के कई हिस्सों में एक साथ छापेमारी की। बंगाल में कोलकाता के पार्क सर्कस, अलिपुर, बेनियापुकुर और खिदिरपुर इलाके में जांच एजेंसी की टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं।

सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी एक सीआरपीएफ जवान की गिरफ्तारी के बाद शुरू की गई है, जिसे आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ा गया था। जांच में पता चला है कि वह जवान बीते दो वर्षों से भारतीय सेना की गतिविधियों, खुफिया रिपोर्टों और जम्मू-कश्मीर में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों से संबंधित संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान को भेज रहा था।

एनआईए को संदेह है कि इसी जवान के जरिए कोलकाता में भी कुछ संपर्क सूत्र या ‘स्लीपर सेल’ सक्रिय थे, जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोलकाता से कुछ सिम कार्ड भी लिए गए थे, जिनका इस्तेमाल जासूसी नेटवर्क में किया गया हो सकता है। इन्हीं सूत्रों के आधार पर एनआईए ने शहर में ताबड़तोड़ छापेमारी की।

एनआईए की यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद मिली अहम जानकारियों के आधार पर की जा रही है। इस अभियान के बाद जांच एजेंसियों को पता चला कि कुछ लोग देश की सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां पाकिस्तान को दे रहे थे। इन्हीं आरोपों में एक यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए, जिसके बाद देशभर में आईएसआई के नेटवर्क पर शिकंजा कसने के लिए अभियान चलाया गया।

कोलकाता के अलावा दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और असम में भी एनआईए ने छापेमारी की है। कुल मिलाकर देशभर के 15 स्थानों पर यह अभियान चल रहा है। जांच एजेंसियों का मानना है कि सीआरपीएफ जवान ने जो नेटवर्क तैयार किया था, वह कई राज्यों में फैला हुआ है और अब उसे जड़ से खत्म करने के लिए यह सघन कार्रवाई की जा रही है।

एनआईए ने अब तक इस मामले में आधिकारिक बयान नहीं दिया है लेकिन सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में इस जासूसी रैकेट से जुड़े और भी कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।