
कोलकाता, 28 अप्रैल ।पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पश्चिम बंगाल के तीन पर्यटकों की हत्या के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को मृत बितन अधिकारी की पत्नी सोहिनी अधिकारी से पूछताछ की। देर शाम तक उनके बयान लिए गए, जिससे केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने रिकॉर्ड किया है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि एनआईए की तीन सदस्यीय टीम रविवार शाम को कोलकाता के दक्षिणी छोर स्थित पाटुली में अधिकारी के पैतृक आवास पहुंची और लगभग तीन घंटे तक सोहिनी से बातचीत की।
सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान सोहिनी से कश्मीर यात्रा के दौरान पहलगाम पहुंचने से पहले गए स्थानों के बारे में जानकारी ली गई । एनआईए अधिकारियों ने हमले के दौरान की घटनाएं और देखे गए संदिग्ध आतंकवादियों की संख्या और पूरे घटनाक्रम के बारे में भी जानकारी जुटाई। उल्लेखनीय है कि हमले के वक्त बितन अधिकारी के साथ उनकी पत्नी सोहिनी और तीन वर्षीय बेटा हृदान भी मौजूद थे। आतंकी हमले में हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाते हुए हत्या को अंजाम दिया गया था। बितन अधिकारी परिवार के साथ अमेरिका के फ्लोरिडा में कार्यरत थे और वहीं बस गए थे। उनकी पत्नी भी फ्लोरिडा में कार्यरत हैं। वे आठ अप्रैल को कोलकाता के पाटुली स्थित अपने आवास पहुंचे थे और 16 अप्रैल को कश्मीर घूमने निकले थे। पिछले सप्ताह उन्हें कोलकाता लौटना था, लेकिन मंगलवार को हुए हमले में बितन अधिकारी की मौत के बाद सोहिनी और उनका बेटा हृदान वापस लौट आए।
इससे पहले शनिवार को एनआईए ने इस हमले में मारे गए पश्चिम बंगाल के एक अन्य पर्यटक और पूर्व केंद्रीय सरकारी अधिकारी समीर गुहा की पत्नी और बेटी से भी पूछताछ की थी। वहीं सोमवार को एनआईए टीम पुरुलिया जिले के झालदा जाकर तीसरे मृतक मनीष रंजन मिश्रा की पत्नी से पूछताछ करने वाली है। मिश्रा केंद्रीय खुफिया ब्यूरो (सीआईबी) के अधिकारी थे।
उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को घोषणा की थी कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से दस-दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही, जम्मू-कश्मीर के उदमपुर जिले के बसंतगढ़ इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए पैराट्रूपर हवलदार झंटू अली शेख के परिवार को भी मुआवजा देने की घोषणा की गई है। झंटू अली शेख नदिया जिले के तेहट्टा के निवासी थे।