मालदा, 11 मई। जिले के गाजोल स्टेट जनरल अस्पताल में रविवार को बच्चा चोरी को लेकर तनाव का माहौल बन गया है। हालांकि, पुलिस और स्थानीय लोगों के प्रयासों से बच्चे को खोज निकाला गया। इस घटना में गाजोल थाने की पुलिस ने आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार महिला का नाम प्रिया पाल है। वह गाजोल अस्पताल के प्रसूति वार्ड में घूमती रहती थी। इस घटना को लेकर मरीज के परिजनों ने रविवार सुबह अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया।

बताया जा रहा है कि ओल्ड मालदा की निवासी हासी साहा नाम की महिला ने पिछले गुरुवार को गाजोल स्टेट जनरल अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया। रविवार को उक्त महिला को अस्पताल से छुट्टी मिलनी थी। छुट्टी के कागजात तैयार करने के लिए हासी देबी कुछ कागजात की जेराक्स (फोटोकॉपी) कराने के लिए अस्पताल के सामने एक दुकान पर गई। वार्ड में एक महिला को नवजात शिशु की देखभाल करने के लिए कह गई थी। जब वह वार्ड में वापस आई तो देखा कि महिला और उसका बच्चा गायब दोनों गायब थे। इस खबर के फैलते ही पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। अस्पताल और उसके आसपास महिला की तलाश शुरू हुई। लेकिन वह कहीं नहीं मिली। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची। विभिन्न स्थानों पर गश्त कर रहे पुलिस कर्मियों को मामले की जानकारी दी गई। करीब एक घंटे बाद महिला और बच्चा अस्पताल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर बेलडांगी इलाके में मिले। महिला को गिरफ्तार कर अस्पताल लाया गया। अस्पताल में मौजूद मरीज के परिजनों ने आरोपित महिला को देखकर विरोध करना शुरू कर दिया। आक्रोशित लोग आरोपित महिला की पिटाई करने के लिए आगे बढ़े लेकिन पुलिस ने किसी तरह महिला को बचाया और थाने ले गई। बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया गया।

इस बारे में अस्पताल अधीक्षक अंजन रॉय ने कहा कि यह पहली बार है जब अस्पताल में ऐसी घटना हुई है। हम प्रसूति वार्ड की सुरक्षा बढ़ाएंगे। ताकि कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा से अस्पताल में प्रवेश न कर सके।

पता चला है कि आरोपित महिला गर्भवती महिलाओं से बातचीत करती थी। इसी तरह उसने हासी देवी का विश्वास जीत लिया था। इसके बाद बच्चे को चुराकर भाग गयी।

लोगों का सवाल है कि कोई बाहरी व्यक्ति अपनी मर्जी से अस्पताल के प्रसूति वार्ड में कैसे प्रवेश कर सकता है। माताओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।