
कोलकाता, 18 अगस्त फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की आगामी फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है। स्वतंत्रता सेनानी गोपाल मुखर्जी उर्फ गोपाल पाठा के पोते संतना मुखर्जी ने फिल्म में उनके दादा के चरित्र को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाते हुए नई एफआईआर दर्ज कराई है।
सोमवार को संतना मुखर्जी ने कहा है कि फिल्म में उनके दादा को ‘कसाई’ के रूप में दिखाया गया है, जो ऐतिहासिक तथ्यों के विपरीत है। उन्होंने आरोप लगाया कि परिवार से बिना अनुमति लिए ही गोपाल मुखर्जी का चरित्र फिल्म में शामिल किया गया। संतना मुखर्जी ने स्पष्ट किया कि उनके दादा अनुशीलन समिति के सदस्य थे, कुश्ती में पारंगत थे और 1946 के दंगों के दौरान मुस्लिम लीग की हिंसा से लोगों की रक्षा के लिए हथियार उठाए थे। हालांकि, वे बकरा मांस की दो दुकानों के मालिक भी थे, लेकिन उन्हें ‘कसाई’ कहना गलत है।
इससे पहले, फिल्म के खिलाफ जुलाई में मुर्शिदाबाद जिले और कोलकाता के लेक टाउन थाने में भी एफआईआर दर्ज हुई थी। आरोप था कि फिल्म में ऐसे संवेदनशील दृश्य हो सकते हैं, जो राज्य की सांप्रदायिक सद्भावना को प्रभावित कर सकते हैं।
विवेक अग्निहोत्री और उनकी पत्नी व अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने 31 जुलाई को इन एफआईआर को रद्द करने के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल पीठ में याचिका दायर की थी। 4 अगस्त को न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता की पीठ ने इन एफआईआर पर अंतरिम रोक लगा दी थी।
‘द बंगाल फाइल्स’ को विवेक अग्निहोत्री की ‘फाइल्स’ ट्रिलॉजी का तीसरा भाग माना जा रहा है। इससे पहले 2019 में ‘द ताशकंद फाइल्स’ और 2022 में विवादित ‘द कश्मीर फाइल्स’ रिलीज हो चुकी हैं। ममता बनर्जी सरकार पर पहले भी फिल्मों पर रोक लगाने के आरोप लगते रहे हैं।————————–