काठमांडू, 24 मार्च। नेपाल के विदेश मंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ रविवार को नौ दिवसीय यात्रा पर चीन के लिए रवाना हुए। उनकी इतनी लंबी विदेश यात्रा पर सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दल के नेताओं ने ही तंज कसा है।

नेपाल के विदेश मंत्रालय की सचिव सेवा लम्साल ने पत्रकारों को बताया कि विदेश मंत्री श्रेष्ठ की चीन में वहां के विदेश मंत्री के अलावा सीपीसी के कई महत्वपूर्ण नेताओं से मुलाकात तय है, जिनमें स्थाई समिति के सात में से एक नेता, चीन के वाइस प्रीमियर, कम से कम तीन प्रदेश के सीपीसी पार्टी सचिव, सीपीसी के विदेश विभाग के मंत्री प्रमुख हैं।

वहीं विदेश मंत्री श्रेष्ठ की इतनी लंबी यात्रा के लिए सीपीएन (यूएमएल) के नेताओं ने तंज कसा है। सीपीएन (यूएमएल) के प्रचार विभाग के प्रमुख विष्णु रिजाल ने एक्स पर विदेश मंत्री के नौ दिन की लंबी यात्रा पर कटाक्ष किया है। उन्होंने लिखा कि विदेश मंत्री को इतनी फुर्सत कैसे हो जाती है कि वो 9-9 दिन की चीन यात्रा के लिए तैयार हो जाते हैं। नेपाल के विदेश मामलों में कई अन्य महत्वपूर्ण विषय हैं जिनसे विदेश मंत्री को रूबरू होना चाहिए। रूस-यूक्रेन में फंसे नेपाली नागरिकों की सुरक्षित वापसी की चिंता करने के बजाय विदेश मंत्री की 9 दिन की चीन यात्रा पिकनिक जैसी लग रही है। नेपाल सरकार को विदेश मामलों में और कूटनीतिक मामलों में संवेदनशील होने की आवश्यकता है।

सीपीएन (यूएमएल) की ही राष्ट्रीय सभा की पूर्व सदस्य कोमल ओली ने भी विदेश मंत्री की लंबी यात्रा पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा है कि हम विदेश मामलों में कितने गंभीर हैं इस बात का प्रमाण विदेश मंत्री के नौ दिनों की लंबी चीन यात्रा से दिखता है। विदेश मंत्री के कार्यक्रमों में दो या तीन अफिसियल मीटिंग देखा गया है। बाकी सिर्फ कम्युनिष्ट पार्टी ऑफ चाइना के डेलीगेशन से ही मुलाकात है।