काठमांडू, 23 जुलाई । नेपाली कांग्रेस के महासचिव विश्व प्रकाश शर्मा ने चेतावनी दी है कि यदि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) सिविल सेवा विधेयक में “कूलिंग-ऑफ पीरियड” प्रावधान के संबंध में राज्य मामलों और सुशासन समिति की सिफारिश के खिलाफ जाती है तो वह सरकार को जारी समर्थन वापस ले सकती है। नेपाली कांग्रेस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शर्मा ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के अवकाश के तुरंत बाद राजनीतिक नियुक्ति के प्रावधान का नेपाली कांग्रेस कभी समर्थन नहीं करेगी।

उन्होंने जोर देकर कहा कि जिन लोगों ने कूलिंग-ऑफ अवधि के संबंध में गलत काम किया है, उन्हें दंडित किया जाएगा। इसे दो साल से बढ़ाकर ढाई साल किया जा सकता है, लेकिन इसे हटाया नहीं जाएगा।

नेपाली कांग्रेस के महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री केपी ओली की पार्टी के कुछ सांसदों द्वारा नेशनल असेंबली के माध्यम से इसे बदलने केलिए जो संशोधन प्रस्ताव रखा है वह गठबंधन के फैसले के खिलाफ है। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ओली को इस पर अपनी धारणा को स्पष्ट करना चाहिए।

कांग्रेस महासचिव शर्मा ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री के निर्देश पर इस कूलिंग पीरियड को हटाने का कोई प्रयास किया जाता है, या सरकार समिति की सिफारिश के खिलाफ काम करती है, तो कांग्रेस इस सरकार का समर्थन नहीं करती रहेगी।

सत्तारूढ़ गठबंधन और संसदीय समिति में सरकारी कर्मचारियों के लिए राजनीतिक नियुक्ति पाने के लिए दो वर्ष का कूलिंग पीरियड रखने पर सहमति हुई थी लेकिन इसके विपरीत धोखे से इस प्रावधान को हटा कर प्रतिनिधि सभा से इसे पारित कर दिया गया था। इस बात के सार्वजनिक होने के बाद संसद के उच्च सदन से इसे कूलिंग पीरियड के साथ ही पारित करने को लेकर गठबंधन में सहमति हुई और उसी के हिसाब से इस विधेयक को राष्ट्रीय सभा में पेश किया गया।

गठबंधन दलों के बीच हुई सहमति के विपरीत प्रधानमंत्री ओली की पार्टी के कई सांसदों ने कूलिंग पीरियड को हटाने के लिए फिर से संशोधन प्रस्ताव रखा है जिसके कारण गठबंधन दल नेपाली कांग्रेस और यूएमएल के बीच में विवाद बढ़ गया है।