काठमांडू, 25 जुलाई। काठमांडू के त्रिभुवन अन्तरराष्ट्रीय विमानस्थल पर हुए विमान हादसे की जांच के लिए सरकार ने एक उच्चस्तरीय जांच समिति बनाई है। इस जांच समिति को 45 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।

विमान दुर्घटनाग्रस्त स्थल पर पहुंचे प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने जांच के आदेश दिए थे। विमानस्थल से अपने दफ्तर पहुंचने के बाद कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें विमान हादसे को लेकर कई फैसले किए गए। सरकार ने विमान हादसे में मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि देते हुए गुरुवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।

कैबिनेट की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए सरकार के प्रवक्ता पृथ्वी सुब्बा गुरूंग ने कहा कि देशभर के सरकारी दफ्तरों और विदेश में रहे नेपाली नियोग में राष्ट्रीय झंडा को आधा झुकाने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना में घायल पायलट के संपूर्ण इलाज का खर्च नेपाल सरकार के तरफ से किया जाएगा।

सरकार ने हादसे की जांच के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी के पूर्व महानिदेशक रतीश चन्द लाल के संयोजकत्व में एक उच्चस्तरीय जांच समिति के गठन का भी फैसला किया है। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इस पांच सदस्यीय जांच समिति में वरिष्ठ पायलट दिपुराज ज्वारचन, पुल्चोक इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राध्यापक डॉ सुदीप भट्टराई और संजय अधिकारी को भी रखा गया है। एयर ट्राफिक कंट्रोल अफिसर मुकेश डंगोल को सदस्य सचिव बनाया गया है। गुरूंग के मुताबिक इस समिति को 45 दिनों के भीतर अपना रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।