नई दिल्ली, 16 जनवरी । राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने गुरुवार को घोषणा की है कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) यूजी 2025 एक ही दिन और एक ही पाली में पेन और पेपर मोड (ओएमआर) में आयोजित की जाएगी। यह पिछले वर्षों की तुलना में एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जहां परीक्षा कंप्यूटर आधारित मोड में आयोजित की जाती थी।
एनटीए की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) द्वारा लिए गए निर्णय के मुताबिक
नीट (यूजी)-2025 एक दिन और एक ही पाली में पेन और पेपर मोड (ओएमआर आधारित) में आयोजित की जाएगी।
नीट यूजी देश के सभी मेडिकल संस्थानों में स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कॉमन प्रवेश परीक्षा है। यह परीक्षा 2019 से राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की ओर से एनटीए द्वारा आयोजित की जाती है।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 के अनुसार, सभी चिकित्सा संस्थानों में स्नातक चिकित्सा शिक्षा में प्रवेश के लिए नीट (यूजी) को एक सामान्य और समान राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा [(नीट (यूजी)] के रूप में आयोजित किया जाना है। इसी तरह, भारतीय चिकित्सा पद्धति के लिए राष्ट्रीय आयोग अधिनियम, 2020 के अनुसार, इस अधिनियम के तहत शासित सभी चिकित्सा संस्थानों में भारतीय चिकित्सा पद्धति के प्रत्येक विषय यानी बीएएमएस, बीयूएमएस और बीएसएमएस पाठ्यक्रमों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक समान नीट (यूजी) होगा। नीट (यूजी) राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग के तहत बीएचएमएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए भी लागू होगा।
वर्ष 2025 के लिए सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा अस्पतालों में संचालित किए जा रहे बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के इच्छुक एमएनएस (सैन्य नर्सिंग सेवा) उम्मीदवारों को नीट (यूजी) के लिए अर्हता प्राप्त करना आवश्यक है। नीट (यूजी) स्कोर का उपयोग चार वर्षीय बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम में चयन के लिए शॉर्टलिस्टिंग के लिए किया जाएगा।