इस्लामाबाद 21 अक्टूबर। पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चार साल तक स्वनिर्वासन की जिंदगी काटने के बाद शनिवार दोपहर पाकिस्तान  लौटे। आपराधिक मामलों में पाकिस्तान के कानून के तहत भगोड़ा अपराधी घोषित शरीफ चिकित्सा कराने के नाम पर देश से बाहर गए थे और इस दौरान उन्होंने स्वनिर्वासन का अधिकांश समय लंदन में बिताया।

शरीफ दुबई से इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे। वहां उनके स्वागत के लिए पूर्व कानून मंत्री सीनेटर आजम तरार और उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता और कई अन्य वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री की कानूनी टीम के सदस्य हवाई अड्डे पर पहुंचे थे।

शरीफ के आगमन से पहले तरार ने मीडिया से कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज के आगमन के बाद वह हवाई अड्डे के एक लाउँज में जाएंगे। उनके आने पर अब उनके साथ राजनीतिक और कानूनी मुद्दों पर सलाह मशवरा किया जाएगा। तरार ने यह भी कहा कि अदालत के कर्मचारी भी हवाई अड्डे पर पहुंच गए हैं जहां शरीफ के संबंध में ‘सुरक्षा की गारंटी की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।’

कानूनी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए एक हलफनामा आयुक्त और पूर्व डिप्टी मेयर जीशान नकवी भी एयरपोर्ट पर मौजूद थे। बताया गया कि कानूनी टीम शरीफ के अंगूठा निशान और और हस्ताक्षर आदि लेने के लिए उनके विमान के अंदर जाएगी।

नवाज ने दुबई में पाकिस्तान की उड़ान पकड़ने से पहले कहा, “ वह वापसी करके खुश हैं।” शरीफ को अगले साल जनवरी में होने वाले चुनावों से पहले अपनी पार्टी को फिर से मजबूत करने का अभियान शुरू करने से पहले कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

पीएमएल-एन के नेता इशाक डार ने कहा कि नवाज शरीफ एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने के लिए यहां लाहौर में मीनार-ए-पाकिस्तान पहुंचेंगे।

पीएमएल-एन इस समय अपने आधार को मजबूत करने में लगी है। पार्टी अपने समर्थकों से देश भर से लाहौर में मीनार-ए-पाकिस्तान पर इकट्ठा होने का आग्रह कर रही है ताकि वे अपने नेता नवाज शरीफ का स्वागत कर सकें और शरीफ पार्टी की लोकप्रियता का प्रदर्शन कर सकें।

राजनीति पर्यवेक्षकों का कहना है कि नवाज़ लाहौर के बजाय इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं। राजधानी में उनका उतरना ज़मानत की कानूनी प्रक्रिया के लिए ज़रूरी था। जो इससे पहले 19 अक्टूबर को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय द्वारा दी गई थी।

नवाज ने आज दुबई हवाईअड्डे पर मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं आज चार साल बाद पाकिस्तान वापस जा रहा हूं। जब मैं पाकिस्तान छोड़कर विदेश जा रहा था तो मुझे खुशी का कोई एहसास नहीं था लेकिन आज मैं खुश हूं।”