ओंकार समाचार
कोलकाता 25 दिसंबर। कर अधिवक्ता नारायण जैन को 2024 के लिए ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स (एआईएफटीपी) का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।
अधिवक्ता पंकज घीया की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने नारायण जैन को पद की शपथ दिलाई। इस अवसर पर बिंदल ने एआईएफटीपी के कामकाज और अपने ज्ञान को अद्यतन करने के लिए कर पेशेवरों के प्रशिक्षण की सराहना की ताकि वे मामलों का अच्छी तरह से प्रतिनिधित्व कर सकें। न्यायमूर्ति बिंदल ने कहा कि न्यायालयों के साथ-साथ आयकर विभाग में बदलते परिदृश्य में नोटिसों का अनुपालन ऑनलाइन किया जाना है, इसलिए यह जरूरी है कि अभ्यास कौशल विकसित किया जाए। कलकत्ता उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति मौसमी भट्टाचार्य ने भी सम्मानित अतिथि के रूप में संबोधित किया और सम्मेलन की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर जैन ने कहा कि नई टीम नैतिकता विकसित करने, शिक्षा का प्रसार करने और एआईएफटीपी के सदस्यों के पेशे में उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करेगी। निवर्तमान अध्यक्ष पंकज घीया ने अपने कार्यकाल की गतिविधियों पर प्रकाश डाला तथा अपनी समिति एवं सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया। 2023 के लिए भी पुरस्कार दिए गए।
नई कार्यकारिणी में ऐडवोकेट आरडी काकरा को महासचिव, समीर जानी को डिप्टी प्रेसिडेंट, और सीए अनिल माथुर को 2024 के लिए कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
सीए डॉ. देबाशीष मित्रा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उभरते वैश्विक परिदृश्य से निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया। देबयान पात्रा ने डिजिटल युग में टैक्स के साथ-साथ ऑडिट में नई अवधारणाओं को लागू करने में आईसीएआई की भूमिका पर प्रकाश डाला। अन्य वक्ताओं गणेश पुरोहित, सुमित नेमा, जिनेश वंजारा ने प्राकृतिक न्याय और पंच प्राण कर सिद्धांत पर बात की।
पीसी जोशी ने फर्जी चालान और उससे उत्पन्न मुकदमेबाजी पर सत्र की अध्यक्षता की, जिसे सीए एस वेंकटरमणी, मुकुल गुप्ता और संजीव अनवर ने संबोधित किया। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश आर.वी. ईश्वर ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के महत्व पर प्रकाश डाला। इसे एडवोकेट आदित्य अजगकांकर और जी भास्कर ने भी प्रकाश डाला।
दूसरे दिन पूंजी बाजार में उभरते अवसरों पर दिलचस्प सत्र का अयोजन किया गया, जिसे बीएल मित्तल, हितेश दास (एक्सिस म्यूचुअल फंड), डॉ. श्रीकांत बावसे ने संबोधित किया और मदन मारोती ने संचालन किया। वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमलता बंसल ने जीएसटी और आयकर के तहत सर्च एंड सीजर पर सत्र की अध्यक्षता की, जिसे अभय देसाई और महेंद्र गार्गिया ने संबोधित किया। एआईएफटीपी के पूर्व अध्यक्ष एम श्रीनिवास राव की अध्यक्षता में ब्रेन ट्रस्ट सत्र में सदस्यों को विभिन्न सवालों के जवाब पाने का अवसर मिला।
इस अवसर पर पीसी जोशी, एमवीके मूर्ति, प्रेमलता बंसल, गणेश पुरोहित के साथ ही अन्य पूर्व अध्यक्षों को भी सम्मानित किया गया। इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया की पूर्व अध्यक्ष ममता बिनानी ने उद्घाटन सत्र का बखूबी संचालन किया।
कौशल्या जैन ने जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस मौसमी भट्टाचार्य का अभिनंदन किया। सर्वोच्च न्यायालय के ऐडवोकेट के.सी. कौशिक मुख्य चुनाव अधिकारी थे। इस अवसर पर वरिष्ठ कर पेशेवर एसएम सुराणा, बीएन महापात्रा, के.एल. मित्तल, अशोक तुलस्यान, बासुदेव पंडा, एसएन साहू को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में भारत के विभिन्न हिस्सों से आए 500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर गंगा पच्चीसिया , मीता पॉल , तारिक हुसैन एवं पिंकी साहा द्वारा रोचक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन लीगल रिलीफ सोसाइटी , डायरेक्ट टैक्स प्रोफेशनल्स एसोसिएशन , कलकत्ता सिटीजन्स इनिशिएटिव , एसीएई , कलकत्ता टैक्स एसोसिएशन , व्यूज एक्सचेंज, ईआईआरसी के सहयोग से आयोजित किया गया।