रामगढ़, 23 जुलाई । चार चक्‍का वाहनों  पर घूमने वाले,  25 लाख के टर्नओवर वाले और डुप्लीकेट राशन कार्ड बनाने वाले लोगों पर अब गाज गिरने वाली है। जिला आपूर्ति कार्यालय को धोखे में रखकर गलत तरीके से राशन कार्ड बनाने वाले लोग लोगों के नाम अब ऑनलाइन ही डिलीट कर दिए जाएंगे।  जिले में ऐसे लोगों की संख्या 66 हजार से भी अधिक है। इतनी बड़ी संख्या में लोग डीलर से राशन और आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे हैं। सभी लोगों के घरों पर अब डीलर और जनप्रतिनिधि पहुंचेंगे और सत्यापन होते ही वैसे लोगों का नाम राशन कार्ड धारक की सूची से हटा दिए जाएंगे । जिला आपूर्ति पदाधिकारी रंजीत तोपो ने बताया कि राशन कार्ड में फर्जीवाड़ा करने वाले की सूची तैयार कर ली गई है।

केवाईसी करते ही सामने आए फर्जी राशन कार्डधारी

डीएसओ रंजीता टोपो ने बुधवार को बताया कि राशन कार्ड धारकों का केवाईसी कराया जा रहा है। केवाईसी के दौरान आधार कार्ड से लिंक की गई सारी चीजें सामने आने लगी है।  केवाईसी में जैसे ही आधार कार्ड का नंबर डाला गया, उससे लिंक किए गए पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य चीजें खुद-ब-खुद सामने आ गई। इस दौरान यह स्पष्ट हुआ कि सैकड़ों लोग ऐसे हैं जिनकी  सालाना आय छह लाख रुपए से ज्यादा है। कुछ ऐसे लोग थे जिनका जीएसटी नंबर में टर्नओवर भी 25 लाख रुपये से अधिक का है।

उन्‍होंने कहा कि सरकारी नौकरी करने वाले लोगों के नाम पर भी राशन कार्ड जारी किए गए हैं।  इसके अलावा डुप्लीकेट राशन कार्ड बनाने वाले लोग भी इस सूची में सामने आ गए। इसके अलावा कुछ लोग 100 साल से अधिक उम्र के हैं। कुछ साइलेंट राशन कार्ड धारक हैं, जिन्होंने पिछले एक साल में राशन नहीं उठाया है। छह से 12 महीने के बीच भी राशन नहीं उठाने वालों  के नाम भी इस सूची में शामिल किए गए हैं।  18 वर्ष से कम उम्र वाले युवक के नाम पर भी राशन कार्ड जारी कर दिया गया है।

वहीं पीएम किसान योजना के लाभुकों के नाम भी राशन कार्ड से हटाए  जा सकते हैं। कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनका निधन हो गया है, लेकिन उनके नाम पर भी राशन उठाया जा रहा है। साथ ही चार चक्‍का वाहनों के  मालिक भी राशन कार्ड धारक की सूची में शामिल हैं। ऐसे सभी लोगों का सत्यापन कर उनका नाम डिलीट किया जाएगा।

66हजार 316 लोगों की बनी सूची

जिले में गलत तरीके से राशन कार्ड बनवाने वाले लोगों की सूची में 66 हजार 316 लोग शामिल हैं। रामगढ़ छावनी परिषद क्षेत्र में 2894, चितरपुर प्रखंड में 5499, रामगढ़ प्रखंड में 5401, दुलमी प्रखंड में 6001, गोला प्रखंड में 17002, मांडू प्रखंड में 15552 और पतरातू प्रखंड में 13967 लोगों की सूची बनाई गई है। सभी व्यक्तियों के घर पर पीडीएस डीलर और पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से सर्वे कराया जा रहा है।

गोला, मांडू और पतरातू, आपूर्ति कार्यालय का बना सिर दर्द

गोला, मांडू और पतरातू प्रखंड जिला आपूर्ति कार्यालय का सिर दर्द बन गया है। इन तीनों प्रखंडों में बड़े पैमाने पर गलत तरीके से राशन कार्ड बनवाए गए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि मरे हुए लोगों के नाम पर भी यहां बड़े पैमाने पर राशन उठाया जा रहा है। गोला प्रखंड में 1019 लोग ऐसे हैं जिनका निधन काफी पहले हो चुका है। मांडू प्रखंड में मरे हुए व्यक्तियों की संख्या 1725 है, तो पतरातू प्रखंड में 1396 मृत व्यक्तियों के नाम पर राशन प्रतिमाह उठाया जा रहा है।

आधार कार्ड से इन सभी मामलों की पुष्टि भी हो चुकी है। गोला प्रखंड में 100 साल से अधिक उम्र के 64 व्यक्ति, मांडू प्रखंड में 66, पतरातू प्रखंड में 36, दुलमी प्रखंड में 31, रामगढ़ प्रखंड में 18, चितरपुर प्रखंड में 12 और रामगढ़ छावनी परिषद क्षेत्र में 20 लोग शामिल हैं। हकीकत यह है कि उनमें से भी कई लोगों का निधन पूर्व में हो चुकी है। इसका सत्यापन भी सर्वे के दौरान कराया जा रहा है।