नई दिल्ली, 05 जून । विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बिहार स्थित नागी पक्षी और नकटी पक्षी अभयारण्य को अंतरराष्ट्रीय महत्व के अपने नवीनतम आर्द्रभूमि के रूप में नामित किया गया है। बुधवार को इन दोनों अभयारण्य को रामसर स्थल की सूची में शामिल कर लिया गया।
केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने खुशी जाहिर करते हुए अपने ट्वीट में यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर भारत ने मरुस्थलीकरण को रोकने और बिहार में दो और आर्द्रभूमि नागी पक्षी अभयारण्य और नकटी पक्षी अभयारण्य को रामसर स्थलों की सूची में जोड़कर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इससे देश में रामसर स्थलों की संख्या 82 हो गई है जो कुल 13,32,74624 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पर्यावरण संरक्षण की ओर अग्रसर निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नागी और नकटी पक्षी अभयारण्य, 544.378 हेक्टेयर के कुल क्षेत्र को कवर करते हुए जलाशय हैं, जो बरसात के मौसम के दौरान पानी का भंडारण करते हैं और स्थानीय लोगों की कृषि और घरेलू खपत के लिए शुष्क मौसम के दौरान पानी की आवश्यकताओं को बनाए रखते हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों स्थल कई प्रवासी पक्षियों के लिए स्वर्ग हैं, जो इस क्षेत्र के पारिस्थितिक संतुलन का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बिहार के लोगों को इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।