कुल 93 देशों ने यूक्रेन के पक्ष में मतदान किया, राष्ट्रपति जिलेंस्की पर पद छोड़ने का बढ़ेगा दबाव

काठमांडू, 25 फरवरी । संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के पड़ोसी देश म्यांमार, नेपाल और भूटान ने भी यूक्रेन के पक्ष में मतदान किया है। भारत और चीन इस मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे। संयुक्त राष्ट्र में मतदान के दौरान कुल 93 देशों ने यूक्रेन के पक्ष में मतदान किया। अमेरिका ने यूक्रेन के विरोध में पहली बार मतदान करके रूस के साथ चल रही वार्ता को और आगे बढ़ाने के संकेत दिए हैं।

यूक्रेन पर रूसी हमले के तीसरे साल संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के पक्ष में एक प्रस्ताव लाया गया। मंगलवार को हुए मतदान के दौरान अमेरिका ने यूक्रेन के विरोध में मतदान करके रूस और यूक्रेन को लेकर अपनी पुरानी नीति में बदलाव का स्पष्ट संदेश दे दिया है। इससे पहले अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के पक्ष में ही मतदान किया है। माना जा रहा है कि अमेरिका की इस पहल से यूक्रेन के राष्ट्रपति जिलेंस्की पर पद छोड़ने का दबाब बढ़ेगा। संयुक्त राष्ट्र में मतदान के दौरान कुल 93 देशों ने यूक्रेन के पक्ष में मतदान किया। इसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, इटली, जापान, कोरिया, इंग्लैंड, सिंगापुर सहित लगभग सभी यूरोपीय देश शामिल हैं। भारत के पड़ोसी देश म्यांमार, नेपाल और भूटान ने भी यूक्रेन के पक्ष में मतदान किया है।

भारत और चीन सहित 65 देश इस मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे। इनमें बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान, ईरान, इराक, ओमान, सहित कई खाड़ी देश और इस्लामिक देश शामिल हैं। अमेरिका के पाला बदलने के बाद कुछ देशों ने इसका विरोध करने के बजाए मतदान में अनुपस्थित रहना बेहतर समझा है। यूक्रेन के विपक्ष में मतदान करने वाले देशों की संख्या सिर्फ 18 ही है। इनमें अमेरिका के अलावा, रूस, इजरायल, हंगरी, उत्तर कोरिया, बेलारूस जैसे देश शामिल हैं।