
मुर्शिदाबाद, 08 अप्रैल । मुर्शिदाबाद के आम के बगीचे मंजरी से लदे हुए हैं। जिला बागवानी विभाग का अनुमान है कि मुर्शिदाबाद जिले के आम के बागों में पिछले साल की तुलना में इस साल लगभग दोगुना पैदावार होगी। इस वजह से आमों की कीमत कम हो सकती है।
जानकारों का कहना है कि मुगल नवाबों के समय मुर्शिदाबाद जिले के आम के बागों में लगभग 250 विभिन्न प्रकार के आम पैदा होते थे। आम उत्पादन और गुणवत्ता निगरानी से जुड़े लोगों का कहना है कि मुर्शिदाबाद के आमों का स्वाद देश और राज्य के अन्य हिस्सों में उत्पादित आमों से बिल्कुल अलग है। मुर्शिदाबाद जिले के आमों को राज्य के अन्य भागों में उगाए जाने वाले आमों से अलग करने के लिए, नवाबों ने एक बार देश के विभिन्न भागों से पौधे मंगवाए और ‘ग्राफ्टिंग’ विधि के माध्यम से शंकर आम के पेड़ की एक नई प्रजाति तैयार की।
आज भी मुर्शिदाबाद जिले में विलुप्त हो चुकी कई आम की प्रजातियां, जिनमें कहितुर, कालापहाड़, चंदन कोशा, मोहनभोग, नवाबपसंद आदि शामिल हैं, लोगों के मुंह पर पानी ला देती हैं। मुर्शिदाबाद जिला बागवानी अधिकारी प्रियरंजन सन्निग्रही ने कहा कि इस साल मुर्शिदाबाद जिले में लगभग 22 हजार हेक्टेयर भूमि पर आम की बागवानी की गई है। हमें लगभग 2.20 लाख मीट्रिक टन आम की पैदावार की उम्मीद है। पिछले वर्ष मुर्शिदाबाद जिले में आम की पैदावार केवल एक लाख मीट्रिक टन के आसपास थी।
उन्होंने कहा कि जिले में अब तक का मौसम आम की बागवानी के लिए बहुत अनुकूल है। हालांकि दोपहर के आसपास तापमान में थोड़ी वृद्धि हो रही है, लेकिन अभी तक इसने लू का रूप नहीं लिया है। इसके अलावा, कुछ दिन पहले थोड़ी बारिश भी हुई थी, जो आम की अच्छी फसल के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
प्रियंजन ने कहा कि इस समय पेड़ों पर जितनी मंजरी हैं, सामान्यतः उतनी नहीं होती। हमें उम्मीद है कि मुर्शिदाबाद जिले के आम 15-20 मई के बीच बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। हालांकि, मुर्शिदाबाद जिले में आम की पैदावार पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुनी होने की संभावना है, लेकिन आम की कीमत में कितनी कमी आएगी, या फिर इसमें कमी आएगी भी या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि अन्य राज्यों में आम का कितना उत्पादन हो रहा है। यदि दक्षिण भारत और कुछ अन्य राज्यों से राज्य के बाजार में पर्याप्त मात्रा में आम की आवग जारी रही तो मुर्शिदाबाद में आम की कीमत में थोड़ी कमी आ सकती है।
जिला बागवानी अधिकारी ने कहा कि मुर्शिदाबाद जिले में आम के बागों में आम के पेड़ की एक विशिष्ट प्रजाति के बजाय, विभिन्न प्रजातियों के आम के पेड़ देखे जा सकते हैं। मुर्शिदाबाद जिले के सादुल्ला, चंपा और कई अन्य किस्म के आम बाजार में बहुत लोकप्रिय हैं। हमें उम्मीद है कि इस वर्ष ये सभी आम बाजार में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होंगे।