कोलकाता, 10 जुलाई । नगरपालिका भर्ती घोटाले में सीबीआई ने दावा किया है कि अयन शील के दो एजेंटों ने नौकरी दिलाने के बदले उम्मीदवारों से 50 हजार रुपये प्रति व्यक्ति कमीशन लिया। चार्जशीट में सीबीआई ने शमीक चौधुरी और देवेश चक्रवर्ती उर्फ कनुदा का नाम लिया है, जो अयन के दोस्त और एजेंट थे।
चार्जशीट के अनुसार, शमीक ने 10-12 लोगों को विभिन्न नगरपालिकाओं में नौकरी दिलाई, जबकि देवेश के माध्यम से 14 लोगों को नौकरी मिली। इन उम्मीदवारों से 50 हजार रुपये प्रति व्यक्ति की दर से कमीशन लिया गया।
मार्च 2023 में, अयन को ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था। उसके घर और कार्यालय की तलाशी में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, जैसे नौकरी के उम्मीदवारों की सूची और ओएमआर शीट की प्रतिलिपियां बरामद हुईं। इसके बाद सीबीआई ने अयन को हिरासत में लिया और पूछताछ की।
इस हफ्ते, सीबीआई ने पुरानी नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में चार्जशीट दाखिल की, जिसमें दक्षिण दमदम नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष पाचुगोपाल रॉय और अयन का नाम प्रमुखता से शामिल है। सीबीआई का दावा है कि कोविड-19 महामारी के दौरान दक्षिण दमदम नगरपालिका में 29 लोगों की भर्ती पूरी तरह से भ्रष्ट तरीके से हुई थी।
मध्यस्थ देवेश को सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जहां उससे विस्तृत जानकारी ली गई। सीबीआई ने उसका बयान रिकॉर्ड किया है और जांच जारी है।