कोलकाता, 30 सितंबर। कोलकाता नगर निगम की एक टीम ने सोमवार को बेलेघाटा स्थित संदीप घोष के घर का दौरा किया। उन पर आरोप है कि उनके चार मंजिला घर का कुछ हिस्सा अवैध रूप से बनाया गया है। निगम ने इस मामले की जांच के लिए टीम भेजी, जो इस बात की पुष्टि करेगी कि घर का कौन-सा हिस्सा अवैध है और उसकी कितनी संरचना नियमों के खिलाफ है।

कोलकाता नगर निगम ने संदीप घोष के घर को लेकर प्राप्त शिकायत के आधार पर कार्रवाई की है। नगर निगम को इस संबंध में शिकायत मिली थी कि संदीप के बदन राय लेन स्थित घर के कुछ हिस्से अवैध रूप से बनाए गए हैं। 26 सितंबर को निगम ने संदीप के घर पर नोटिस भेजा, जिसमें कहा गया कि निगम के इंजीनियर जीवन दास और किरण मंडल 30 सितंबर को उनके घर का दौरा करेंगे। उसी के अनुसार, सोमवार को लगभग 12 बजे निगम के अधिकारी संदीप के घर पहुंचे।

आर.जी. कर अस्पताल की महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में संदीप की भूमिका पर सवाल उठे थे। जूनियर डॉक्टरों ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की थी, क्योंकि संदीप को अत्यधिक प्रभावशाली माना जाता था और आशंका थी कि वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं। आखिरकार, दबाव के चलते उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद उन पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप भी लगे, जिन्हें लेकर भी जांच जारी है।

संदीप घोष को बलात्कार-हत्या और वित्तीय घोटालों के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा लगातार पूछताछ का सामना करना पड़ा। सीबीआई ने उनके घर पर भी छापा मारा, जहां अधिकारियों को काफी समय तक बाहर इंतजार करना पड़ा। बाद में, सीबीआई ने उन्हें इन दोनों मामलों में गिरफ्तार कर लिया। इस बलात्कार-हत्या मामले में सीबीआई द्वारा की गई दूसरी गिरफ्तारी संदीप घोष की थी। इस मामले में टाला थाने के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया गया है।