
पश्चिम सिंहभूम, 13 जुलाई । गोइलकेरा प्रखंड स्थित ऐतिहासिक महादेवशाल धाम में रविवार को श्रावणी मेले का विधिवत शुभारंभ हुआ। सिंहभूम की सांसद जोबा मांझी ने फीता काटकर किया और बाबा भोलेनाथ के दरबार में मत्था टेककर क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मंदिर प्रांगण में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई।
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान सांसद जोबा माझी ने कहा कि महादेवशाल धाम आस्था का प्रमुख केंद्र है, जहां झारखंड ही नहीं बल्कि ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु हर साल सावन महीने में जलाभिषेक व पूजा के लिए पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि सावन का महीना प्रदेश में खुशहाली और समृद्धि लेकर आए, यही बाबा भोलेनाथ से प्रार्थना है।
पहली सोमवारी को लेकर महादेवशाल सेवा समिति व प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। बीडीओ विवेक कुमार औरथाना प्रभारी ने समिति के पदाधिकारियों के साथ मिलकर मंदिर और मेला परिसर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्वच्छता, सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रविवार को दूर-दराज से आए सैकड़ों शिवभक्तों ने कतारबद्ध होकर जलाभिषेक किया।
खंडित शिवलिंग की होती है पूजा, जुड़ी है ऐतिहासिक कथा
महादेवशाल धाम की विशेषता यहां विराजमान खंडित शिवलिंग है, जिसकी पूजा वर्षों से होती आ रही है। कहा जाता है कि ब्रिटिश काल में जब बंगाल-नागपुर रेललाइन और सुरंग निर्माण का कार्य चल रहा था, तभी एक मजदूर को शिवलिंग जैसा पत्थर मिला। मजदूरों ने उस स्थान पर खुदाई से मना कर दिया। इसके बाद ब्रिटिश इंजीनियर रॉबर्ट हैनेरी ने स्वयं शिवलिंग पर वार किया, जिससे उसका एक भाग टूट गया और उसी क्षण उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद सुरंग का मार्ग बदल दिया गया और उस स्थान पर मंदिर का निर्माण कर नियमित पूजा-अर्चना शुरू की गई।
सावन में यहां मेले का आयोजन वर्षों से होता आ रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए कई एक्सप्रेस ट्रेनों का अस्थायी ठहराव भी महादेवशाल स्टेशन पर किया गया है। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य ज्योति मेराल, बीडीओ सह महादेवशाल सेवा समिति के अध्यक्ष विवेक कुमार, सचिव रामचंद्र प्रसाद, प्रभारी राजेश चौरसिया, सदस्य सुधीर बाजपेई, राकेश चौरसिया, बजरंग प्रसाद, सीताराम बेसरा, दिनेश गुप्ता, आलोक रंजन सिंह, सुधीर मिश्रा, पवन कुमार सहित कई गणमान्य लोग और श्रद्धालु उपस्थित रहे।