कोलकाता, 16 अप्रैल। लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच पश्चिम बंगाल में बुधवार को जोर-शोर से रामनवमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस मौके पर कमोबेश एक हजार से अधिक शोभायात्राएं निकाली जानी हैं। रामनवमी से पहले कई चुनावी सभाओं से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दंगा होने की आशंका जाहिर की है इसलिए लोग दहशत के साए में हैं और इस बात की आशंका है कि कई जगहों पर शोभायात्राओं पर हमले हो सकते हैं। वैसे चुनाव आयोग ने भी इसे लेकर बड़े पैमाने पर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है और पुलिस को साफतौर पर कानून व्यवस्था हर हाल में बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।

हावड़ा में विश्व हिंदू परिषद की ओर से निकाली जाने वाली शोभायात्रा को राज्य सरकार ने अनुमति नहीं दी थी जिसके बाद हाई कोर्ट की अनुमति से शोभायात्रा निकाली जाएगी। कोलकाता में भी कम से कम 20 से अधिक शोभायात्राएं निकाली जानी हैं। सबसे बड़ी शोभायात्रा इंटाली से निकलेगी। इसके बाद हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुड़ा समेत बर्दवान आदि जिले में भी बड़े पैमाने पर शोभायात्राएं निकाली जाएंगी। उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग और कलिमपोंग में भी शोभायात्रा निकालने की तैयारी की गई है।

हिंदू जागरण मंच के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि हर जगह शोभायात्रा निकालने की जानकारी राज्य प्रशासन को दी गई है। पुलिस के साथ कोआर्डिनेशन बैठक भी हुई है और कानून व्यवस्था को मानते हुए शांतिपूर्वक तरीके से रामनवमी की शोभायात्राएं निकाली जाएंगी।