राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने मनाया अंतरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक दिवस

नई दिल्ली, 18 दिसंबर। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने अपने मुख्यालय में आज अंतरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक दिवस मनाया। इस मौके पर दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों के अल्पसंख्यक छात्र विशेष रूप से उपस्थित थे।

इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत में अल्पसंख्यक आबादी बढ़ रही है। इसके विपरीत हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में उसकी स्थापना के समय 22 प्रतिशत से अधिक अल्पसंख्यक आबादी वहां पर रहती थी लेकिन अब वहां पर मात्र 4 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी सिमट कर रह गई है। इसी तरह बांग्लादेश में भी 22 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी मौजूद थी लेकिन अब मात्र साढ़े नौ प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी वहां पर इस समय मौजूद है। रही बात अफगानिस्तान की तो वहां पर अल्पसंख्यक खासतौर से हिंदू अब नाम मात्र को ही रह गए हैं, जबकि एक समय था जब अफगानिस्तान में हिंदुओं की अच्छी खासी आबादी थी।

उन्होंने बताया कि भारत में सरकारों के जरिए अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए कार्य किया गया, जिसकी वजह से उनकी आबादी में इजाफा हुआ है और भारत में बहुसंख्यक आबादी घट रही है। उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका फायदा अल्पसंख्यक समुदाय उठा रहा है। उन्होंने बताया कि हमारे देश में छिटपुट कुछ घटनाएं होती हैं लेकिन उसे तत्काल नियंत्रण करने का कार्य किया जाता है।

इस मौके पर आयोग की सदस्य सैयद शहजादी और रिच्छन लिमो आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। छात्रों के जरिए अल्पसंख्यकों से संबंधित विभिन्न प्रश्न भी किए गए, जिनका उन्हें जवाब भी दिया गया। इस मौके पर भाग लेने वाले सभी छात्रों को प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए गए।