महाकुंभ की भव्यता दर्शाती उत्तर प्रदेश की झांकी को मिला पहला पुरस्कार

नई दिल्ली, 30 जनवरी । गणतंत्र दिवस परेड की सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ियों और झांकियों को रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में पुरस्कार प्रदान किए। कर्तव्य पथ पर निकली परेड में शामिल उत्तर प्रदेश की झांकी को पहला पुरस्कार मिला है। संजय सेठ ने गुरुवार को सीपीडब्ल्यूडी की झांकी और सांस्कृतिक प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को विशेष पुरस्कार प्रदान किए। साथ ही ट्रैक्टर कंपनियों के प्रतिनिधियों को छह स्मृति चिह्न दिए गए।

रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में सभी झांकियों ने संरचनाओं के माध्यम से रचनात्मकता को प्रदर्शित किया। यह सिर्फ एक व्यक्ति का योगदान नहीं है, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प है कि देश को दुनिया के सबसे मजबूत राष्ट्रों में से एक बनाया जाए। संजय सेठ ने सांस्कृतिक प्रदर्शन में 5,000 कलाकारों का नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की चुनौती लेने के लिए संस्कृति मंत्रालय को धन्यवाद दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि देशभर के लोग इस प्रदर्शन से प्रभावित हुए। कार्यक्रम के हिस्से के रूप में रक्षा राज्यमंत्री ने झांकी कलाकारों के तीन सांस्कृतिक प्रदर्शन भी देखे।

तीनों सेनाओं, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ), अन्य सहायक बलों के मार्चिंग दस्तों, विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों (यूटी) और केंद्र सरकार के मंत्रालयों तथा विभागों की झांकियों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए जजों के तीन पैनल गठित किए गए थे। पैनल ने राज्य सरकारों की झांकियों में उत्तर प्रदेश को अव्वल घोषित किया। स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास थीम पर आधारित इस झांकी ने महाकुंभ की भव्यता दर्शाते हुए सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिकता और आधुनिकता का अनूठा संगम पेश किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियों में त्रिपुरा की झांकी ने दूसरा स्थान हासिल किया। त्रिपुरा की झांकी का विषय ‘शाश्वत श्रद्धा’ था, जिसमें 14 देवताओं की पूजा को दर्शाया गया था। आंध्र प्रदेश की झांकी को तीसरा पुरस्कार मिला है। इस झांकी में पर्यावरण अनुकूल लकड़ी के खिलौनों को प्रदर्शित किया गया था। सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी का पुरस्कार जम्मू और कश्मीर राइफल्स दल को दिया गया है। सीएपीएफ और अन्य सहायक बलों में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ता दिल्ली पुलिस का रहा। केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में जनजातीय कार्य मंत्रालय की झांकी को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है, जिसमें जनजातीय गौरव वर्ष को दर्शाया गया था।

पैनल ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की झांकी को विशेष पुरस्कार ​के लिए चयनित किया था, जि​से पुष्पों से भारत के संविधान के 75 वर्ष का जश्न मनाते हुए सजाया गया था। इसी तरह ‘जयति जय ममः भारतम्’ डांस ग्रुप को भी विशेष पुरस्कार ​दिया गया। इस वर्ष ‘जयति जय ममः भारतम्’ शीर्षक के तहत 5 हजार कलाकारों ने 11 मिनट के सांस्कृतिक प्रदर्शन में देश के विभिन्न भागों से 45 से अधिक नृत्य शैलियों का प्रदर्शन किया था। केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में सर्वश्रेष्ठ झांकी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की रही, जिसमें मंत्रालय की व्यापक योजनाओं के अंतर्गत पोषित महिलाओं और बच्चों की बहुमुखी यात्रा को दिखाया गया था। —–