
धर्मशाला (अरुणाचल प्रदेश), 5 जुलाई । धर्मशाला का आध्यात्मिक वातावरण उस समय भावविभोर हो उठा, जब केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने त्सुगलाखांग मुख्य तिब्बती मंदिर में 14वें दलाई लामा के 90वें जन्मदिवस समारोह में भाग लिया।
पारंपरिक लॉन्ग लाइफ ऑफरिंग (तेनशुग) समारोह के साथ आयोजित इस कार्यक्रम में दुनियाभर से आए श्रद्धालुओं ने एकजुट होकर अपनी श्रद्धा प्रकट की। मुख्यमंत्री खांडू ने इस अवसर को भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करने वाला बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “प्रार्थनाओं से लेकर विधिवत अर्पणों तक, पूरा वातावरण प्रेम और कृतज्ञता से भरा हुआ था।”
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने दलाई लामा के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करते हुए उनके द्वारा फैलाए जा रहे करुणा और शांति के वैश्विक संदेश की सराहना की।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले, 2 जुलाई को दलाई लामा ने स्पष्ट किया था कि उनके भविष्य के पुनर्जन्म की मान्यता केवल गदेन फोडरंग ट्रस्ट द्वारा ही की जा सकती है, जिसे उन्होंने स्वयं स्थापित किया है।
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने भी 4 जुलाई को इस विचार का समर्थन करते हुए कहा,” दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर निर्णय का अधिकार केवल उन्हीं को होना चाहिए। किसी बाहरी हस्तक्षेप की कोई जगह नहीं है। बतौर अनुयायी, मैं उनके अधिकार का पूरी तरह समर्थन करता हूं।”