बर्मा, 30 मार्च । बीते दिनों आए भूकंप का डर म्यामांर के लोगों के दिलों से निकल नहीं रहा है। हालात यह है कि कहीं दोबारा भूकंप नहीं आए जाए, इस डर के चलते लाखों लोगों ने शनिवार की रात सड़कों पर ही गुजारी। उधर भूकंप में सड़कों और अस्पताल आदि को काफी नुकसान पहुंचने से जन-जीवन अभी तकअस्त-व्यस्त है। राहत सामग्री भी सही से लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है।

यूएन आफिस फार कोआर्डिनेशन आफ ह्यूमनिटेरियन अफेयर्स के मुताबिक घरों में हुए नुकसान और भूकंप के झटकों के डर से बहुत लोगों की हिम्मत घर के अंदर जाने की नहीं हो रही है। ऐसे में उन्होंने घर के बाहर ही रात काटी। उधर भारत से भेजी गई 15 टन राहत सामग्री का वितरण भूकंप पीड़ितों को करना शुरू कर दिया गया है।गौरतलब है कि म्यामांर में आए भूकंप से कम से कम 1600 लोगों की मौत हुई है, वहीं करीब 3400 से अधिक लोग घायल हुए हैं।