नई दिल्ली, 19 जुलाई । रोम में कोडेक्स एलीमेंटेरियस आयोग (सीएसी) की कार्यकारी समिति की बैठक में भारत के बाजरा मानक को मान्यता प्रदान की गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को एक वक्तव्य में यह जानकारी दी।

वक्तव्य में बताया गया है कि रोम में 14 से 18 जुलाई तक कार्यकारी समिति के 88वें सत्र के दौरान भारत के नेतृत्व की सराहना की गई। समिति ने बाजरा मानक की प्रगति की समीक्षा की, जिसकी अध्यक्षता भारत कर रहा है तथा माली, नाइजीरिया और सेनेगल सह-अध्यक्ष हैं। अप्रैल 2025 में आयोजित अनाज, दलहन और फलियों पर कोडेक्स समिति की बैठक में बाजरा के लिए संदर्भ की शर्तों को अंतिम रूप दिया गया था। भारत, कोडेक्स एलिमेंटेरियस आयोग की कार्यकारी समिति के निर्वाचित सदस्य के रूप में इस सत्र में शामिल हुआ, जिसका उद्घाटन एफएओ के उप महानिदेशक और कैबिनेट निदेशक गॉडफ्रे मैग्वेन्ज़ी और विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्वास्थ्य संवर्धन एवं रोग निवारण एवं नियंत्रण के सहायक महानिदेशक डॉ. जेरेमी फरार ने किया।

भारत 2014 से मसालों और पाक कला जड़ी-बूटियों पर कोडेक्स समिति की अध्यक्षता कर रहा है। भारत ने कम सक्रिय कोडेक्स सदस्य देशों को मेंटरशिप कार्यक्रमों के लिए कोडेक्स ट्रस्ट फंड का उपयोग करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। पिछले वर्ष आयोग की कार्यकारी समिति की बैठक के दौरान अनुमोदित साबूत बाजरा अनाज के लिए समूह मानक विकसित करने में भारत ने नेतृत्व किया था।

उल्लेखनीय है कि कोडेक्स एलिमेंटेरियस आयोग एक अंतरराष्ट्रीय खाद्य मानक निकाय है जिसकी स्थापना खाद्य एवं कृषि संगठन और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई 1963 में संयुक्त रूप से उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा और खाद्य व्यापार में निष्पक्ष व्यवहार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की थी। विश्व व्यापार संगठन का स्वच्छता एवं पादप स्वच्छता उपायों के अनुप्रयोग पर समझौता कोडेक्स मानकों, दिशानिर्देशों और सिफारिशों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और व्यापार विवाद निपटान के लिए संदर्भ मानकों के रूप में मान्यता देता है। वर्तमान में कोडेक्स एलीमेंटेरियस आयोग के 189 सदस्य हैं, जिनमें 188 सदस्य देश और एक सदस्य संगठन (यूरोपीय संघ) शामिल हैं। भारत 1964 में कोडेक्स एलीमेंटेरियस आयोग का सदस्य बना था।