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इस्लामाबाद, 20 फरवरी । केंद्रीय रुएत-ए-हिलाल समिति रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत का निर्धारण करने के लिए 28 फरवरी की शाम पेशावर में बैठक करेगी। इस बैठक के बाद चांद देखने की कवायद शुरू होगी।
धार्मिक मामलों के मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि समिति के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल खबीर आजाद के नेतृत्व में 28 फरवरी को बैठक अस्र की नमाज के बाद शुरू होगी। इसके बाद क्षेत्रीय समितियां चांद दिखने की रिपोर्ट प्राप्त करने और उसका आकलन करने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में एकत्रित होंगी। केंद्रीय बैठक में सभी विचारधाराओं के मौलवी हिस्सा लेंगे। इस सप्ताह की शुरुआत में पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने घोषणा की थी कि पाकिस्तान में रमजान के उपवास का पहला दिन 2 मार्च को पड़ने की उम्मीद है। ऐसा इसलिए कि अमावस्या 28 फरवरी की शाम 5:45 बजे से लगेगी। इससे 1 मार्च को अर्धचंद्र दिखने की संभावना बढ़ जाएगी।
संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में एक खगोल विज्ञान केंद्र ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना 1 मार्च से शुरू होने की उम्मीद है। अंतरराष्ट्रीय खगोलीय केंद्र ने घोषणा की कि अधिकांश मुस्लिम देश 28 फरवरी को नए अर्धचंद्र को देखने का प्रयास करेंगे। अरब दुनिया के कुछ देशों में उसी दिन चंद्रमा दिख सकता है।