जयपुर 13 अक्टूबर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एवं सांसद डा किरोड़ी लाल मीणा ने राजधानी जयपुर शहर में स्थित गणपति प्लाजा के रोयरा सेफ्टी वॉल्ट लॉकर्स में भ्रष्टाचार से अर्जित 500 करोड़ रूपए एवं 50 किलो सोना होने का दावा किया है।

डा मीणा ने शुक्रवार को गणपति प्लाजा मौके पर पहुंच कर मीडिया के सामने यह दावा किया। उन्होंने कहा कि इस लॉकर में राज्य की गहलोत सरकार के करीबी लोगों का भ्रष्टाचार से अर्जित काला धन जमा है। उन्होंने कहा “मेरा दावा है कि इस लॉकर में 500 करोड़ रूपया एवं 50 किलो सोना है।” इसके बाद वह वहां पर करीब दो घंटे धरने पर बैठे और आखिर में जयपुर पुलिस ने इस लॉकर को सीज़ कर और पुलिसकर्मियों की तैनाती करने का लिखित आदेश दिया। बाद में उन्होंने बताया कि गणपति प्लाजा स्थित लॉकर्स में इनकम टैक्स की टीम पहुंच गई है और इस मामले में जांच शुरू की गई हैं।

इस मौके पर डा मीणा ने कहा “बेरोज़गार युवाओं की मेहनत पर पर डाका डालने वाले सुरेश ढाका की मित्र स्पर्धा चौधरी के निवास पर आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पहुंची, मैंने पहले ही इस नाम का खुलासा किया था और मीडिया से यह भी कहा था कि पुलिस पेपरलीक के मुख्य आरोपी सुरेश ढाका को पकड़ना ही नहीं चाहती क्योंकि अगर सुरेश ढाका पकड़ में आता तो कांग्रेस के दर्ज़नों विधायक और आधा दर्ज़न मंत्रियों के नाम पेपरलीक प्रकरण में आते, इस कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस जांच को आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार कर ठंडे बस्ते में डालने का काम किया है।”

उन्होंने कहा “ गहलोत के करीबी दिनेश खोड़निया जिसके बारे में एजेंसियों को पेपर लीक में इनकी लिप्तता के बारे में बता चूका हूँ आज ईडी भी इनके डूंगरपुर निवास पर पहुंची।” उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि  खोड़निया गहलोत के काले धन का राज़दार है और उन्होंने ही आरपीएससी में बाबूलाल कटारा की नियुक्ति  गहलोत को एक करोड़ रुपए देकर कराई और इसी दिनेश खोड़निया ने आरपीएससी अध्यक्ष संजय कुमार श्रोत्रिय के द्वारा वरिष्ठ अधयापक के पेपर तैयार कराने की ज़िमेदारी दिलवाई जो कि नियमो के विरुद्ध थी। इन पेपर लीक में आरपीएससी अध्यक्ष एवं दिनेश खोड़निया ने मिलकर लगातार पेपर लीक करवाए है।” उन्होंने मांग की कि आरपीएससी अध्यक्ष से तुरंत पूछताछ कर गिरफ्तार करना चाहिए।