कोलकाता, 27 जनवरी। गणतंत्र दिवस के अवसर पर मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल में झंडारोहण करने पहुंचे सोसयटी के मानद सचिव प्रह्लादराय गोयनका पर हमला किया गया। गोयनका ने इस सबंध में पोस्ता पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह लगभग सवा दस बजे गोयनका झंडारोहण करने बड़ा बाजार स्थित मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल पहुंचे। वे अपनी कार से उतरे ही थे कि अस्पताल के 30 से 40 कर्मचारियों ने उन पर हमला कर दिया। उन्हें अस्पताल में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया। हमलावरों ने गोयनका को जोर से धक्का दिया, उन्हें बुरी तरह पीटा और उनके कपड़े फाड़ डाले। हमलावरों में संतोष कुमार सिंह, सरोज कुमार मिश्रा, श्रीराम शर्मा और अन्य लोग शामिल थे।
आरोप है कि हमलावरों ने गोयनका को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।
गोयनका ने बताया कि सरदार ज्योति सिंह और अस्पताल के कर्मचारी जुगल चंद्र दास उन्हें बचाने आए तो आरोपियों ने उन पर भी लात-घूंसों से हमला कर घायल कर दिया।
गोयनका ने पुलिस से मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी के महासचिव पर हमले की इस घटना की विभिन्न समाज सेवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने निंदा की है।
विभन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार एवं सम्पादक विश्वम्भर नेवर का कहना है कि इस तरह की घटनाएं निंदनीय है। सामाजिक संस्थाओं में कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों केा संयम से काम लेना चाहिए। अगर किसी को कोई शिकायत है तो बैठ कर बातचीत करनी चाहिए, न्यायिक प्रक्रियाओं का सहारा लेना चाहिए।मारपीट करना पूरी तरह गलत है।
सोसायटी की कार्य समिति के सदस्य विष्णु मित्तल ने प्रह्लादराय गोयनका के साथ मारपीट की घटना को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि गोयनका झंडारोहण के लिए आए थे और उनके साथ मारपीट की गई। मित्तल ने कहा कि सोसायटी मारपीट करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी। मित्तल ने कहा कि सोसायटी के सभी सदस्य गोयनका के साथ हैं।
मित्तल ने कहा कि कर्मचारियों को यह समझना चाहिए कि हम दानदाताओं से पैसे मांग कर लाते हैं और अस्पताल को चलाते हैं। अगर इस तरह की घटनाएं होती रही तो लोग सामाजिक कार्यों में आग आना बंद कर देंगे, इससे नुकसान समाज को होगा। मित्तल ने कहा कि ऐसे हमलावरों के खिलाफ समाज को आगे आना चाहिए।
अग्रसेन धाम, लोक संस्कृति एवं कई अन्य सामाजिक संस्थाओं से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता संदीप गर्ग ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की घटनाओं से समाज सेवियों का मनोबल घटता है। संदीप गर्ग ने कहा कि प्रह्लाद राय गोयनका पर्यावरण विद और सामाज सेवी हैं, वे सामाजिक कार्यों में सदैव आगे रहते हैं। बढ चढ़ कर आर्थिक योगदान भी देते हैं। ऐसे व्यक्ति पर हमला करना निंदनीय है।
मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी की कार्यसमिति के सदस्य शिवजी पांडे ने बताया कि गणतंत्र दिवस के दिन सुबह करीब 10:15 बजे सोसायटी के कुछ कर्मचारियों ने महासचिव प्रहलाद राय गोयनका के साथ मारपीट की उनके कपड़े फाड़ दिए। पांडे ने मारपीट की इस वारदात दुखद बताया। सोसायटी के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। पांडे ने कहा कि कर्मचारियों को अगर कोई बात ही करनी थी तो बैठकर करनी चाहिए थी। उनकी जो मांग है उसपर फैसला लेबर कमिश्नर कार्यालय में होना है। पांडे ने कहा कि अगर किसी पदाधिकारी की शह पर मारपीट की गई है तो और भी गलत है, उन्होंने कहा कि मारपीट किस पदाधिकारी की शह पर की गई है इसकी सूचना हमें एक दो दिन में मिल ही जाएगी।