कोलकाता, 27 जून । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता समेत जिले में अवैध पार्किंग स्थलों को तोड़ने का आदेश दिया है। ममता ने कहा कि ज्यादातर अवैध पार्किंग पर भाजपा के लोगों का कब्जा है। दूसरी ओर, भाजपा ने कहा कि पार्किंग के नाम पर तृणमूल, पुलिस की मिलीभगत है और मुख्यमंत्री इसका दोष भाजपा पर मढ़ रही हैं।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को नवान्न में प्रशासनिक बैठक की। बैठक का मुख्य विषय फुटपाथों से कब्जा मुक्त कराने के अभियान की समीक्षा थी। लेकिन उस बैठक में एक बार फिर अवैध पार्किंग का मुद्दा उठा। अवैध पार्किंग को लेकर मुख्यमंत्री ने पिछले सोमवार की बैठक में भी नाराजगी जताई थी। ममता ने गुरुवार को कहा कि ज्यादातर अवैध पार्किंग भाजपा के लोगों की है। हमारे लोग पैसे लेते हैं और उन्हें सौंप देते हैं।
दूसरी ओर, भाजपा प्रवक्ता राजर्षि लाहिड़ी ने कहा कोलकाता में कई पार्किंग स्थल हैं जहां बिना रसीद के पैसे वसूले जा रहे हैं। वह पैसा तृणमूल पार्षद व बोरो चेयरमैन ले रहे हैं। पैसा तृणमूल वसूल रही है, और जिम्मेदारी हमारे कंधों पर डाली जा रही है! क्या भाजपा प्रशासन में है
मुख्यमंत्री ने पुलिस को सभी अवैध पार्किंग स्थलों को ध्वस्त करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी पार्किंग को वैध किया जा सकता है, तो यह प्रशासन की अनुमति के अधीन किया जा सकता है। लेकिन किसी भी तरह से पैसे वसूलने के लिए पार्किंग का संचालन नहीं किया जा सकता।
कुछ महीने पहले इसी पार्किंग को लेकर हावड़ा नगर निगम के प्रशासक सुजॉय चक्रवर्ती की शिवपुर के तृणमूल विधायक और खेल राज्य मंत्री मनोज तिवारी से झड़प हो गयी थी। गुरुवार को एक बार फिर ममता ने हावड़ा के बारे में बात की। उनके शब्दों में, ”हावड़ा में कोई देखने वाला नहीं है। इसलिए जितना हो सके लूट रहे हैं।” नवान्न की बैठक में यह भी शिकायत की गई कि फुटपाथ पर कब्जा के कारण कारें और मोटरसाइकिलें जहां-तहां खड़ी रहती हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस को उस मामले को भी देखने का आदेश दिया है।