कोलकाता, 15 मई । भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को हुगली जिले के श्रीरामपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मां, माटी, मानुष के वादे पर सत्ता में आईं ममता अब मुल्ला, मदरसा और माफिया की तरफदारी कर रही हैं।

शाह ने कहा कि यहां इमामों को महीने पर तनख्वाह दी जाती है, लेकिन पुजारियों और मंदिरों के रखवालों को कुछ नहीं मिलता। हालांकि ताजिया में कोई बाधा नहीं है, लेकिन दुर्गा पूजा और काली पूजा पर विसर्जन जुलूस निकालने में नियमित बाधाएं हैं। क्या इसे जारी रखने की अनुमति दी जानी चाहिए।? उन्होंने कहा कि ममता सरकार दुर्गा पूजा रोकती है। इन्हें बिल्कुल वोट नहीं देना है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह ने ममता को चेतावनी दी कि घोटालों में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार को नौ लाख करोड़ रुपये दिए जो ममता के भतीजे के गुंडे खा गए। सिर्फ मोदी जी ही राज्य को चिटफंड घोटाले, शिक्षक भर्ती घोटाले, नगर निगम भर्ती घोटाले, राशन घोटाले में डूबने से बचा सकते हैं।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले दलों को न दें वोट

अमित शाह ने मतदाताओं से अपील की कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले दलों को वोट न दें।

शाह ने कहा कि पिछले चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा ने 18 सीटें जीतीं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ममता और राहुल को भी दिया गया था लेकिन दोनों नहीं गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी नहीं गए। उन्होंने कहा कि टीएमसी और कांग्रेस के नेताओं ने अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए ही प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार किया था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया उन्हें संसद में भेजना नहीं चाहिए। इन्हें घुसपैठिए पसंद हैं। रोहिंग्या को नागरिकता देती हैं लेकिन शरणार्थियों को नागरिकता देने से रोकती हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह ने ममता को चुनौती देते हुए कहा कि आप और आपके भतीजे चाहे जितना जोर लगा लो हम एक-एक शरणार्थी को नागरिकता देकर रहेंगे। उन्होंने श्रीरामपुर से भाजपा उम्मीदवार कबीर शंकर बोस को जीत दिलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि तीसरी बार मोदी को प्रधानमंत्री बनने के लिए बंगाल से अधिक से अधिक सीटें जीतनी जरूरी हैं। ममता दीदी, राहुल गांधी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध किया लेकिन हमने हटाया।