कोलकाता, 9 अगस्त । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 1942 के ऐतिहासिक भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर इस आंदोलन को सलाम करते हुए इसे देश की स्वतंत्रता के अंतिम संघर्ष का आगाज बताया। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन ने लाखों वीर पुरुषों और महिलाओं को मातृभूमि के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया था, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मील का पत्थर साबित हुआ।
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में वीर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान और संघर्ष को याद किया। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसने देश को अंग्रेजों के शासन से मुक्ति दिलाने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभाई।
भारत छोड़ो आंदोलन, जिसे अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है, महात्मा गांधी के नेतृत्व में नौ अगस्त 1942 को शुरू हुआ था। इस आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी थी और ब्रिटिश शासन के अंत की शुरुआत की थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने संदेश में उन सभी वीरों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने इस महान संघर्ष में अपना जीवन समर्पित कर दिया।