कोलकाता, 03 सितंबर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पवित्र करम पूजा के अवसर पर आदिवासी समाज को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पर संदेश साझा करते हुए कहा कि यह पर्व केवल बंगाल ही नहीं बल्कि पूरे भारत और विश्वभर के आदिवासी समाज के लिए आस्था और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने पहले इस दिन को सेक्शनल हॉलिडे घोषित किया था, लेकिन बाद में इसे स्टेट हॉलिडे का दर्जा दिया गया। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में आज के इस पवित्र दिन को हम पूरी श्रद्धा से मना रहे हैं। आदिवासी समाज की परंपराओं और योगदान के प्रति सम्मान जताने के लिए इसे राज्य अवकाश घोषित किया गया है।

ममता बनर्जी ने यह भी याद दिलाया कि 15 नवंबर, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भी राज्य में सरकारी अवकाश घोषित किया गया है। इसके अलावा पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती और हूल दिवस पर भी अवकाश घोषित कर सरकार ने आदिवासी समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये निर्णय आदिवासी समाज के प्रति सरकार की श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक हैं।