कोलकाता, 13 जुलाई। भाजपा शासित राज्यों में लगातार बांगालियों के साथ हो रही कथित बदसलूकी और उत्पीड़न के विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 16 जुलाई को सड़कों पर उतरेंगी।

राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस रैली में हावड़ा, भांगड़, दमदम और सॉल्टलेक सहित आसपास के इलाकों के तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और समर्थक बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

इसी दिन दोपहर दो बजे से चार बजे तक राज्य के सभी जिलों में भी विरोध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही दिल्ली में भी तृणमूल की ओर से विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है। इस दिन दोपहर एक बजे कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर से डोरिना क्रॉसिंग तक विशाल विरोध रैली का आयोजन किया जाएगा, जिसकी अगुवाई स्वयं मुख्यमंत्री करेंगी।

चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि ओडिशा और दिल्ली के जय हिंद कॉलोनी समेत कई भाजपा शासित राज्यों में बांगाली समुदाय के लोगों को उनके भाषा, पहचान और संस्कृति के कारण निशाना बनाया जा रहा है। कुछ मामलों में तो बिजली-पानी की आपूर्ति तक काट दी गई है और वैध पहचान पत्र होने के बावजूद उन्हें परेशान किया जा रहा है।

उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कैसी सरकार है, जहां सिर्फ बंगाली होने की वजह से किसी को अपना हक नहीं मिल रहा? यह देश के संविधान और नागरिक अधिकारों का उल्लंघन है। हम इसका जोरदार विरोध करेंगे और ममता बनर्जी पहले भी ऐसे अन्याय के खिलाफ खड़ी हुई हैं और इस बार भी रहेंगी।